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बुलंदियों पर पहुंचा शेयर बाजार, सेंसेक्स 80 हजार अंक के पार और निफ्टी ने भी लगाई छलांग

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भारतीय शेयर बाजार में आज यानी मंगलवार को तेजी लौट आई क्योंकि सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने नई ऊंचाइयों को छूते हुए रिकॉर्ड बनाए हैं। सेंसेक्स 80 हजार अंक को पार कर गया है, जबकि निफ्टी 24,400 अंक के ऊपर पहुंच गया है। यह आर्थिक स्थिति में मजबूती और निवेशकों के बढ़ते विश्वास का प्रतीक है।

कितना हुआ सेंसेक्स में उछाल?

30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 391.26 अंक यानी 0.49 फीसदी चढ़कर अपने अब तक के उच्चतम स्तर 80,351.64 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 436.79 अंक की बढ़त के साथ रिकॉर्ड 80,397.17 अंक तक गया था। 

कितना हुआ निफ्टी में उछाल?

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 112.65 अंक यानी 0.46 फीसदी की बढ़त के साथ 24,433.20 अंक के नए शिखर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 123.05 अंक चढ़कर रिकॉर्ड 24,443.60 अंक तक चला गया था।

भारतीय शेयर बाजार की उन्नति-

भारतीय शेयर बाजार में हाल के वर्षों में उल्लेखनीय उछाल देखा गया है। अर्थव्यवस्था में सुधार, सरकार की नीतियों में स्थिरता, और वैश्विक निवेशकों की रुचि ने बाजार को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। सेंसेक्स और निफ्टी की रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि ने निवेशकों के विश्वास को और भी मजबूत किया है।

सेंसेक्स 80,000 के पार

सेंसेक्स का 80,000 अंक को पार करना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह 30 प्रमुख कंपनियों के प्रदर्शन को मापता है और भारतीय अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य का संकेतक है। इस वृद्धि के पीछे कई प्रमुख कारण हैं:

  • वित्तीय क्षेत्र में सुधार: बैंकों और वित्तीय संस्थानों के प्रदर्शन में सुधार और नई नीतियों ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है।
  • आईटी और टेक्नोलॉजी सेक्टर में वृद्धि: आईटी और टेक्नोलॉजी कंपनियों के मजबूत प्रदर्शन ने सेंसेक्स को ऊंचाई पर पहुंचाया है।
  • विदेशी निवेश: विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजार में बढ़ता रुझान भी इस वृद्धि का एक प्रमुख कारण है।

निफ्टी 24,400 के पार

निफ्टी का 24,400 अंक को पार करना भारतीय शेयर बाजार के लिए एक और बड़ी उपलब्धि है। यह 50 प्रमुख कंपनियों के प्रदर्शन को मापता है और बाजार की व्यापक स्थिति को दर्शाता है। निफ्टी की वृद्धि के पीछे प्रमुख कारण:

  • उद्योगों में विविधता: निफ्टी में शामिल विभिन्न उद्योगों में सुधार और वृद्धि ने इस अंक को संभव बनाया है।
  • मैन्युफैक्चरिंग और उत्पादन क्षेत्र में वृद्धि: मैन्युफैक्चरिंग और उत्पादन क्षेत्र में बढ़ते निवेश और उत्पादकता ने निफ्टी को मजबूती दी है।
  • उपभोक्ता मांग: घरेलू और वैश्विक बाजारों में बढ़ती उपभोक्ता मांग ने कंपनियों के प्रदर्शन में सुधार किया है।

इन कंपनियों के चढ़े शेयर-

सेंसेक्स के शेयरों में मारुति सुजुकी इंडिया 6 प्रतिशत चढ़ा रहा। उत्तर प्रदेश में पर्यावरण अनुकूल वाहनों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा हाइब्रिड कार (पेट्रोल और इलेक्ट्रिक से चलने वाली) पर पंजीकरण शुल्क से छूट दिए जाने की खबरों के बीच कंपनी का शेयर चढ़ा। इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाइटन, सन फार्मा, आईटीसी, नेस्ले और टाटा मोटर्स भी प्रमुख रूप से लाभ में रहे।

नुकसान में रहीं ये कंपनियां-

कहीं फायदा तो कहीं नुकसान यही मार्केट का नियम है। नुकसान में रहने वाले शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फाइनेंस और जेएसडब्ल्यू स्टील शामिल हैं। बीएसई सेंसेक्स में सोमवार को 36.22 अंक और एनएसई निफ्टी में 3.30 अंक की मामूली गिरावट रही थी।

निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है?

इस ऐतिहासिक मील के पत्थर को पार करना निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह दिखाता है कि भारतीय बाजार में निवेश के अवसर बढ़ रहे हैं और निवेशकों का विश्वास मजबूत हो रहा है। हालांकि, निवेशकों को भी सावधान रहना चाहिए और बाजार के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए सूचित निर्णय लेने चाहिए।

भविष्य की संभावनाएं-

भारतीय शेयर बाजार की यह उन्नति भविष्य में और भी बेहतर संभावनाओं का संकेत देती है। आर्थिक सुधार, सरकार की नीतियों में स्थिरता, और वैश्विक निवेशकों की रुचि भारतीय बाजार को और भी ऊंचाइयों पर पहुंचा सकती है। हालांकि, निवेशकों को बाजार के विभिन्न कारकों और जोखिमों को ध्यान में रखते हुए निवेश करना चाहिए।

 

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