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CPI महंगाई में आई रिकॉर्ड गिरावट! क्या जेब से हटेगा दबाव?

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देश में जुलाई 2025 में खुदरा महंगाई दर घटकर 1.55 प्रतिशत रह गई है, जो जून 2017 के बाद का सबसे निचला स्तर है। सरकार द्वारा मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में इसकी पुष्टि की गई।

खाद्य वस्तुओं की कीमतों में नरमी

जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटने का मुख्य कारण सब्जियों, अनाज और अन्य खाद्य वस्तुओं की कीमतों में आई नरमी है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित मुद्रास्फीति जून 2025 में 2.1 प्रतिशत, जबकि जुलाई 2024 में 3.6 प्रतिशत थी। तुलना करें तो जून 2017 में महंगाई दर 1.46 प्रतिशत दर्ज की गई थी, जो अब तक का सबसे कम स्तर रहा है।

NSO की रिपोर्ट में मुख्य कारण

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के अनुसार, जुलाई 2025 में हेडलाइन और खाद्य मुद्रास्फीति में आई उल्लेखनीय गिरावट के पीछे दो मुख्य कारण हैं—

  1. अनुकूल आधार प्रभाव

  2. कई प्रमुख वस्तुओं की कीमतों में कमी

इनमें दालें और उनके उत्पाद, परिवहन व संचार, सब्जियां, अनाज और उनके उत्पाद, शिक्षा, अंडे, चीनी और कन्फेक्शनरी शामिल हैं।

नकारात्मक में खाद्य मुद्रास्फीति 

जुलाई 2025 में खाद्य मुद्रास्फीति दर वर्ष-दर-वर्ष (-) 1.76 प्रतिशत रही, यानी कीमतों में गिरावट देखने को मिली। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह ट्रेंड जारी रहा, तो आने वाले महीनों में महंगाई का दबाव और कम हो सकता है।

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