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12 मई को रिकॉर्ड तेजी के बाद भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार (13 मई) को बड़ी गिरावट देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स 1,281.68 अंक या 1.55% टूटकर 81,148.22 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 346.35 अंक यानी 1.39% की गिरावट के साथ 24,578.35 पर बंद हुआ। यह गिरावट घरेलू और वैश्विक बाजारों में मुनाफावसूली और भू-राजनीतिक चिंताओं के चलते आई।
आईटी और ऑटो सेक्टर को सबसे बड़ा झटका
सेंसेक्स की 30 में से 25 कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। इन्फोसिस में सबसे बड़ी गिरावट (3.54%) रही। पावर ग्रिड, एचसीएल टेक, टीसीएस और भारती एयरटेल जैसे दिग्गज शेयरों ने भी कमजोर प्रदर्शन किया। हालांकि सन फार्मा, अडानी पोर्ट्स, बजाज फाइनेंस, एसबीआई और टेक महिंद्रा में हल्की बढ़त रही।
वैश्विक संकेत और भारत-पाक तनाव ने बढ़ाई बेचैनी
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वार को लेकर हुए ताजा समझौतों और भारत-पाक के बीच जारी सीमा तनाव ने बाजार में अनिश्चितता बढ़ा दी है। वहीं सोमवार की जबरदस्त तेजी के बाद निवेशकों ने मुनाफावसूली को तरजीह दी। रेलिगेयर ब्रोकिंग के रिसर्च प्रमुख अजीत मिश्रा ने बताया कि “आईटी, एफएमसीजी और ऑटो सेक्टर में भारी बिकवाली देखने को मिली। निवेशक फिलहाल सतर्क रुख अपना रहे हैं।”
एफआईआई का भरोसा बरकरार
एक्सचेंज से मिले आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने सोमवार को 1,246.48 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जिससे बाजार में स्थिरता की उम्मीद बरकरार है।
एशियाई-अमेरिकी बाजारों का मिला-जुला रुख
एशियाई बाजारों में कोस्पी, निक्केई और शंघाई इंडेक्स में हल्की तेजी रही, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग लाल निशान में बंद हुआ। अमेरिकी बाजारों में मजबूत तेजी दर्ज की गई – नैस्डैक में 4.35%, एसएंडपी 500 में 3.26% और डॉव जोन्स में 2.81% की बढ़त रही।
क्रूड में हल्की तेजी
ब्रेंट क्रूड 0.32% बढ़कर 65.17 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा। तेल कीमतों में उछाल से ऊर्जा शेयरों पर दबाव पड़ सकता है। मंगलवार की गिरावट एक चेतावनी है कि वैश्विक और घरेलू कारकों की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। निवेशकों को सावधानी बरतने और दीर्घकालिक रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी जा रही है।
Baten UP Ki Desk
Published : 13 May, 2025, 7:14 pm
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