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मंगलवार का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए सकारात्मक शुरुआत लेकर आया, जहां बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी ने जोरदार तेजी दिखाई। पिछले सत्र में हुई मुनाफावसूली के बाद बाजार में लाल निशान छाया था, लेकिन आज निवेशकों की खरीदारी ने बाजार को फिर से हरे निशान में ला खड़ा किया। इंडेक्स हैवीवेट्स जैसे रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटी और बैंकिंग शेयरों में खरीदारी का सिलसिला बाजार को मजबूती देने में सफल रहा।
सेंसेक्स और निफ्टी में जबरदस्त उछाल-
सुबह 9:19 बजे बीएसई सेंसेक्स 328 अंकों की बढ़त के साथ 84,602 अंक पर कारोबार कर रहा था। वहीं, निफ्टी 85 अंक चढ़कर 25,895 के स्तर पर पहुंच गया। यह इशारा करता है कि बाजार में सकारात्मकता का माहौल बना हुआ है और निवेशकों का भरोसा मजबूत है।
मासिक बिक्री डेटा से पहले 1.6% तक की तेजी-
मंगलवार को ऑटो सेक्टर में जबरदस्त उछाल देखा गया। मासिक बिक्री डेटा के आने से पहले निवेशकों ने ऑटो सेक्टर में खूब खरीदारी की। निफ्टी ऑटो इंडेक्स में 1.6% तक की तेजी दर्ज की गई, जिसमें अशोक लीलैंड का प्रदर्शन सबसे शानदार रहा।
बैंकिंग और आईटी शेयरों का दबदबा-
बाजार में तेजी के प्रमुख कारणों में एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, एलएंडटी, आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे बड़े शेयरों का शानदार प्रदर्शन रहा। इन कंपनियों के शेयरों में उछाल के कारण सेंसेक्स ने एक मजबूत शुरुआत की। निफ्टी आईटी इंडेक्स भी 0.9% बढ़ा, जिसमें टेक महिंद्रा, इंफोसिस और एम्फैसिस का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा।
स्पाइसजेट में 5.5% की छलांग-
स्पाइसजेट के शेयरों में भी जोरदार उछाल देखा गया। एयरलाइन के शेयरों में 5.5% की तेजी दर्ज की गई, जिसका कारण गुजरात की प्लूटस वेल्थ मैनेजमेंट द्वारा ब्लॉक डील के जरिए 85 लाख स्पाइसजेट के शेयर खरीदना था। इस खरीदारी ने एयरलाइन के शेयरों को मजबूती प्रदान की।
एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख-
एशियाई बाजारों में भी मंगलवार को तेजी का रुख देखा गया, हालांकि कुछ नरमी भी दिखी। जापान के बाहर एशिया-प्रशांत के MSCI सूचकांक में 0.13% की मामूली गिरावट आई, लेकिन सूचकांक अभी भी इस साल के 17% वृद्धि के साथ ढाई साल के उच्चतम स्तर के करीब बना हुआ है। जापान का निक्केई भी शुरुआती कारोबार में 1.5% बढ़ा।
एफआईआई और डीआईआई गतिविधियों पर नजर-
30 सितंबर को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 9,792 करोड़ रुपये की इक्विटी बेच दी, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 6,645 करोड़ रुपये की खरीदारी की। यह अंतर बाजार की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और रुपया कमजोर-
कच्चे तेल की कीमतों में मंगलवार को गिरावट देखने को मिली। वैश्विक मांग में सुस्ती और मजबूत आपूर्ति संभावनाओं ने तेल बाजार को थोड़ा कमजोर किया। साथ ही, भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 2 पैसे गिरकर 83.81 पर आ गया। दूसरी ओर, डॉलर इंडेक्स 0.05% बढ़कर 100.82 पर पहुंच गया।
बाजार की नजरें आगे के संकेतकों पर-
निवेशक अब मासिक बिक्री डेटा और फेडरल रिजर्व की नीतिगत बयानों पर नजर बनाए हुए हैं। जेरोम पॉवेल की टिप्पणियों के बाद से वैश्विक बाजारों में हलचल देखने को मिल रही है, और निवेशक संभावित दर कटौती पर नजर रख रहे हैं। कुल मिलाकर, भारतीय बाजारों में निवेशकों की बढ़ती खरीदारी और सकारात्मक वैश्विक संकेतों ने मंगलवार को शेयर बाजार को एक मजबूत शुरुआत दी।
Baten UP Ki Desk
Published : 1 October, 2024, 1:52 pm
Author Info : Baten UP Ki