ब्रेकिंग न्यूज़
शेयर बाजार में मंगलवार को शुरुआती गिरावट के बाद बड़ी तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने कारोबार के दूसरे हिस्से में जबरदस्त उछाल दर्ज किया, जिससे सूचकांक हरे निशान पर पहुंच गए। दिन के निचले स्तर से सेंसेक्स 1000 अंकों तक चढ़ गया, जिससे निवेशकों को राहत मिली।
बाजार में शुरुआती गिरावट के बाद वापसी
दोपहर 2:50 पर सेंसेक्स 607.45 अंकों (0.77%) की बढ़त के साथ 79,389.69 पर था, वहीं निफ्टी 187.25 अंकों (0.78%) की उछाल के साथ 24,182.60 पर कारोबार कर रहा था। इस उछाल में सबसे बड़ा योगदान बैंकिंग सेक्टर के शेयरों का रहा, जिसमें एचडीएफसी बैंक के शेयर ढाई फीसदी और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर में 1.50% की बढ़त देखी गई।
सुबह की अस्थिरता और विदेशी निवेशकों का असर
मंगलवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 326.58 अंक गिरकर 78,455.66 पर खुला, जबकि निफ्टी में 86.7 अंकों की गिरावट देखी गई और यह 23,908.65 पर पहुंच गया। इस दौरान भारतीय रुपया भी दो पैसे फिसलकर अपने अब तक के सबसे निचले स्तर 84.13 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। विदेशी निवेशकों ने सोमवार को 4,329.79 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची, जिससे बाजार में गिरावट का दबाव बना रहा। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव और फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों के फैसले से पहले विदेशी निवेशकों का सतर्क रुख बाजार पर प्रभाव डाल रहा है।
बैंकिंग सेक्टर के साथ-साथ अन्य सेक्टर में सुधार
सेंसेक्स के 30 में से कई प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, जिसमें अदाणी पोर्ट्स, आईटीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, पावर ग्रिड, और हिंदुस्तान यूनिलीवर शामिल हैं। दूसरी ओर, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स, मारुति और सन फार्मा जैसे शेयरों में मजबूती बनी रही।
वैश्विक बाजारों का मिला-जुला रुख
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अस्थिरता रही। एशिया के कुछ प्रमुख बाजारों, जैसे टोकियो, शंघाई और हांगकांग में सकारात्मक रुख देखने को मिला, जबकि सियोल में गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए, जिससे वैश्विक स्तर पर निवेशक असमंजस में रहे।
तेल के बढ़ते दाम और निवेशकों की चिंताएं
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड में 0.12 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और यह 75.17 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और फेडरल रिजर्व के ब्याज दर के फैसले के चलते निवेशक सतर्क बने हुए हैं। रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख विकास जैन ने कहा कि अमेरिकी राजनीतिक अस्थिरता और फेडरल रिजर्व की संभावित नीतियों का असर वैश्विक बाजार पर पड़ सकता है।
सोमवार की गिरावट ने बढ़ाई निवेशकों की चिंता
सोमवार को बीएसई का बेंचमार्क सूचकांक 941.88 अंक या 1.18 प्रतिशत गिरकर 78,782.24 पर बंद हुआ, जो 6 अगस्त के बाद का सबसे निचला स्तर है। निफ्टी में भी 309 अंक या 1.27 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई और यह 23,995.35 पर बंद हुआ। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के चलते वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बढ़ने की संभावना है, जिससे घरेलू बाजार पर भी असर पड़ सकता है।
Baten UP Ki Desk
Published : 5 November, 2024, 3:12 pm
Author Info : Baten UP Ki