बड़ी खबरें
टीबी जैसी गंभीर बीमारी के खिलाफ जंग छेड़ते हुए सहारनपुर ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। 100 दिवसीय इस विशेष अभियान के दौरान अबतक 2.38 लाख संदिग्धों की जांच की गई, जिसमें से 1113 नए टीबी मरीजों की पहचान की गई। जनवरी की शुरुआत से मार्च के अंत तक चलने वाला यह अभियान न केवल बीमारी की पहचान बल्कि इसके उन्मूलन के लिए जागरूकता का प्रतीक बन गया है। जिला स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सकों की टीम ने अपनी मेहनत और संकल्प से सहारनपुर को टीबी मुक्त भारत अभियान की दिशा में आगे बढ़ाया है। यह अभियान 1 जनवरी से शुरू होकर 24 मार्च तक चलेगा।
विशेष ध्यान देने वाले मरीज
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सर्वेश कुमार सिंह के अनुसार टीबी मरीजों की पहचान के लिए सरकारी और निजी अस्पतालों में विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं।
विशेष रूप से इन मरीजों पर दिया जा रहा है ध्यान:
अब तक 11 हजार एक्सरे जांच पूरी
अभियान के दौरान अब तक 11 हजार से अधिक एक्सरे जांच की जा चुकी हैं। इसके अलावा, तीन मोबाइल मेडिकल यूनिट भी तैनात हैं। वर्तमान में जिले में 6500 टीबी मरीजों का इलाज चल रहा है।
निक्षय शिविरों का आयोजन-
टीबी मरीजों की पहचान के लिए निक्षय शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, जहां एक्सरे और अन्य जरूरी जांच की जा रही हैं। अभियान का उद्देश्य है कि वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाना है।
पोषण किट और मुफ्त दवाइयां-
सरकार की ओर से टीबी मरीजों को न केवल मुफ्त दवाइयां दी जा रही हैं, बल्कि पोषण किट भी प्रदान की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की अपील-
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि टीबी के लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं और सरकार द्वारा उपलब्ध मुफ्त इलाज का लाभ उठाएं।
Baten UP Ki Desk
Published : 10 February, 2025, 2:47 pm
Author Info : Baten UP Ki