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अब यूपी बनेगा टेक्सटाइल हब...बांग्लादेश संकट से भारत को मिलेगा बड़ा फायदा?

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बांग्लादेश में जारी राजनीतिक अस्थिरता ने वहां के रेडीमेड गारमेंट उद्योग (RMG sector) को गहरा झटका दिया है। वैश्विक गारमेंट बाजार में बांग्लादेश की हिस्सेदारी काफी बड़ी है, लेकिन मौजूदा राजनीतिक उठापटक ने कई अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स को नए आपूर्तिकर्ता देशों की तलाश करने पर मजबूर कर दिया है। इस स्थिति का फायदा उठाने के लिए भारत, वियतनाम और इंडोनेशिया जैसे देश पूरी तरह से तैयार हैं।

भारत को मिलेगा बड़ा अवसर

बांग्लादेश के गारमेंट निर्यात में आई गिरावट से भारत को बड़ा लाभ हो सकता है। उद्योग विशेषज्ञों का अनुमान है कि यदि भारत को बांग्लादेश के कुल एक्सपोर्ट ऑर्डर्स का सिर्फ 10-11% हिस्सा भी मिल जाता है, तो यह भारतीय टेक्सटाइल उद्योग में हर महीने $300-400 मिलियन (करीब 2500-3300 करोड़ रुपये) का अतिरिक्त कारोबार ला सकता है।

यूपी टेक्सटाइल उद्योग: 5 लाख रोजगार और सुनहरे अवसर

विशेष रूप से उत्तर प्रदेश की बात करें तो राज्य के टेक्सटाइल उद्योग के लिए यह एक सुनहरा अवसर साबित हो सकता है। यूपी वर्तमान में भारत के कुल कपड़ा उत्पादन में 13.24% योगदान देता है और कालीन निर्माण में इसकी हिस्सेदारी 90% तक है। इस सेक्टर में 5 लाख से ज्यादा नए रोजगार के अवसर बनने की संभावना है।

योगी सरकार का मास्टर प्लान

बढ़ते अवसरों को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही टेक्सटाइल उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई बड़े कदम उठा चुकी है। हाल ही में सरकार ने राज्य के 10 जिलों में नए टेक्सटाइल पार्क बनाने की घोषणा की है। ये पार्क हापुड़, मऊ, कानपुर, बाराबंकी, भदोही, गोरखपुर, गाजियाबाद, मेरठ, हरदोई और संत कबीर नगर में स्थापित किए जाएंगे।

इन टेक्सटाइल पार्कों में डाइंग, प्रिंटिंग, जीरो लिक्विड डिस्चार्ज और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। लखनऊ में बन रहा मेगा मित्र पार्क इस सेक्टर को और अधिक मजबूती देगा। इसके अलावा, नोएडा में 150 एकड़ क्षेत्र में एक नया टेक्सटाइल पार्क बनाया जा रहा है, जिसमें 8,365 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है।

चुनौतियां भी कम नहीं

हालांकि, बांग्लादेश को प्रतिस्पर्धा देना यूपी के लिए इतना आसान नहीं होगा।
कम उत्पादन लागत और बेहतर लॉजिस्टिक्स की जरूरत है ताकि यूपी वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सके।
लेबर कॉस्ट और क्वालिटी कंट्रोल में सुधार करना होगा ताकि यूपी की टेक्सटाइल इंडस्ट्री वैश्विक बाजार में टिक सके।

लेकिन, योगी सरकार की नई टेक्सटाइल नीति निवेशकों को आकर्षित कर सकती है। यदि सरकार ने सही रणनीति अपनाई तो आने वाले वर्षों में यूपी भारत का प्रमुख टेक्सटाइल हब बन सकता है और वैश्विक गारमेंट बाजार में अपनी मजबूत पहचान बना सकता है।

By Ruchi 

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