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स्टैनफोर्ड की वैश्विक लिस्ट में लखनऊ का दबदबा, चमक रहे हैं LU से लेकर KGMU और IIM के प्रोफेसर

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स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने हाल ही में अपनी 'टॉप 2% ग्लोबल साइंटिस्ट' लिस्ट जारी की है, जिसमें लखनऊ के कई प्रमुख वैज्ञानिक, प्रोफेसर और डॉक्टर शामिल हैं। इस साल की सूची में उत्तर प्रदेश के सात प्रोफेसर को जगह मिली है, जिनमें पांच लखनऊ विश्वविद्यालय के और दो गोरखपुर की मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के हैं। इस सूची में लखनऊ के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक और नाइपर के पूर्व निदेशक डॉ. स्वर्णजीत सिंह फ्लोरा का भी नाम शामिल है। उन्हें टॉक्सिकोलॉजी के क्षेत्र में देशभर में पहली रैंक मिली है और वे दुनिया में 33वें स्थान पर हैं।

KGMU के 11 फैकल्टी मेम्बर्स की उपस्थिति

किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) से जुड़े 11 फैकल्टी मेम्बर्स ने भी इस लिस्ट में जगह बनाई है। इसमें न्यूरोलॉजी के डॉ. आरके गर्ग, डॉ. राजेश वर्मा, माइक्रोबायोलॉजी की डॉ. अमिता जैन, साइकोलॉजी के डॉ. सुजीत कर, और डॉ. सूर्यकांत का नाम शामिल है। IIM लखनऊ के प्रोफेसर सुरेश जाखड़ समेत कुल तीन प्रोफेसर भी इस सूची में शामिल हैं।

डॉ. स्वर्णजीत सिंह फ्लोरा की निरंतर उपलब्धियां

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (नाइपर) के पूर्व डायरेक्टर प्रो. स्वर्णजीत सिंह फ्लोरा ने टॉक्सिकोलॉजी के क्षेत्र में लगातार चार वर्षों से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। इस बार भी उन्हें भारत में पहली रैंक मिली है और वे विश्वभर में 33वें स्थान पर हैं। उन्होंने हेवी मेटल इंड्यूस्ड ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस पर महत्वपूर्ण काम किया है।

डॉ. आरके गर्ग का निरंतर शीर्ष पर बने रहना

न्यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. आरके गर्ग लगातार छठी बार इस सूची में शामिल हुए हैं। उनकी वर्ल्ड रैंकिंग 28,178 है और उन्होंने सालभर में 13 हजार से ज्यादा साइटेशन्स प्राप्त किए हैं। KGMU में हाल के वर्षों में शोध की गुणवत्ता और तरीके में बड़े बदलाव आए हैं, जिससे संस्थान की पहचान वैश्विक स्तर पर मजबूत हुई है।

KGMU के अन्य प्रमुख वैज्ञानिक

KGMU के मानसिक स्वास्थ्य विभाग के डॉ. सुजीत कर का नाम भी इस सूची में शामिल है। वे चौथी बार स्टैनफोर्ड की रैंकिंग में स्थानित हुए हैं। इसके अलावा, ब्रेन स्ट्रोक के विशेषज्ञ डॉ. राजेश वर्मा और बाल रोग विभाग की पूर्व अध्यक्ष डॉ. शैली अवस्थी भी इस सूची में शामिल हैं।

IIM लखनऊ के प्रोफेसर का भी नाम

IIM लखनऊ के प्रोफेसर डॉ. सुरेश जाखड़ ने सप्लाई चेन मैनेजमेंट में अपनी महारथ साबित की है और लगातार चार वर्षों से इस लिस्ट में शामिल हैं। उनके अलावा, IIM लखनऊ के प्रोफेसर समीर श्रीवास्तव और डॉ. चंदन शर्मा का भी नाम शामिल है।

लखनऊ विश्वविद्यालय और बीबीएयू के शोधकर्ता

लखनऊ विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के प्रोफेसर अमृतांशु शुक्ला, डॉ. सीआर गौतम, डॉ. रोली वर्मा, रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर अभिनव कुमार और डॉ. विनोद कुमार वशिष्ठ भी इस लिस्ट में शामिल हैं। इसके साथ ही, बाबा साहब भीमराव आंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय के 13 फैकल्टी भी इस सूची में स्थानित हुए हैं।

स्टैनफोर्ड की सूची का महत्व

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की यह लिस्ट हर साल दुनिया के टॉप 2% साइंटिस्ट्स और रिसर्चर्स को प्रदर्शित करती है। इस बार की सूची में लगभग 3,90,000 वैज्ञानिकों का नाम शामिल है। पिछले साल भारत के लगभग 3500 एक्सपर्ट्स को इस लिस्ट में जगह मिली थी, जो इस बार बढ़कर 5000 तक हो सकती है। इस लिस्ट में लखनऊ के कई शोधकर्ताओं की उपस्थिति ने न केवल स्थानीय संस्थानों का मान बढ़ाया है, बल्कि यह देश के वैज्ञानिक समुदाय की वैश्विक पहचान को भी दर्शाता है।

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