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फ्री प्रोडक्ट या धोखाधड़ी? जानिए ब्रशिंग स्कैम का काला सच...

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ऑनलाइन शॉपिंग हमारी जिंदगी का हिस्सा बन गई है। यह न केवल सुविधाजनक है, बल्कि समय और पैसे दोनों बचाती है। लेकिन जैसे-जैसे लोग ऑनलाइन शॉपिंग का आनंद ले रहे हैं, वैसे-वैसे स्कैमर्स उन्हें ठगने के नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं। हाल ही में एक नया घोटाला चर्चा में है, जिसे 'ब्रशिंग स्कैम' कहा जाता है। आइए जानते हैं इस स्कैम के बारे में विस्तार से और इससे बचने के उपाय।

क्या है ब्रशिंग स्कैम?

ब्रशिंग स्कैम एक ऑनलाइन धोखाधड़ी है, जिसमें स्कैमर्स नकली प्रोडक्ट भेजकर लोगों के नाम से फर्जी रिव्यू पोस्ट करते हैं।

  • यह स्कैम सबसे पहले चीनी ई-कॉमर्स साइट्स से शुरू हुआ था।
  • इसमें स्कैमर्स रैंडम यूजर्स को सस्ते या बेकार प्रोडक्ट्स (जैसे कॉस्टयूम ज्वेलरी, छोटे गैजेट या बीज) भेजते हैं।
  • इसके बाद, वे उन यूजर्स के नाम से 5-स्टार रिव्यू लिखते हैं ताकि प्रोडक्ट की पॉपुलैरिटी और बिक्री को बढ़ावा दिया जा सके।

कैसे चलता है ये खेल?

  1. फर्जी रिव्यू से ग्राहकों को गुमराह करना
    स्कैमर्स ऑनलाइन रिव्यूज को मैनिपुलेट करते हैं, जिससे लोग प्रोडक्ट की असली क्वालिटी और डिमांड को पहचान नहीं पाते।
  2. डेटा ब्रीच का खतरा
    आपके नाम, पते और अन्य निजी जानकारी का गलत इस्तेमाल कर स्कैमर्स आपको टारगेट कर सकते हैं।
  3. खतरनाक QR कोड भेजना
    अब स्कैमर्स अनचाहे पैकेज में ऐसे QR कोड भेजते हैं जो मैलवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं या आपकी सेंसिटिव जानकारी चुरा सकते हैं।

क्यों है यह स्कैम खतरनाक?

  • आइडेंटिटी थेफ्ट का खतरा:
    आपकी निजी जानकारी का दुरुपयोग कर स्कैमर्स पहचान की चोरी और वित्तीय धोखाधड़ी कर सकते हैं।
  • मिसलीडिंग रिव्यूज:
    फर्जी रिव्यू पढ़कर ग्राहक खराब क्वालिटी वाले प्रोडक्ट खरीद सकते हैं।
  • फाइनेंशियल फ्रॉड का जोखिम:
    चोरी हुए डेटा का इस्तेमाल करके स्कैमर्स आपके बैंक अकाउंट को निशाना बना सकते हैं।

कैसे पहचानें ब्रशिंग स्कैम?

  1. अनचाहे पैकेज मिलना:
    अगर आपको ऐसा कोई पैकेज मिला है, जिसे आपने ऑर्डर नहीं किया, तो यह स्कैम का हिस्सा हो सकता है।
  2. अट्रैक्टिव ऑफर्स:
    जैसे "रिव्यू लिखें और $500 का गिफ्ट कार्ड जीतें"। ऐसे ऑफर्स से बचें।
  3. रैंडम QR कोड:
    कभी भी अनजान QR कोड को स्कैन न करें।

ब्रशिंग स्कैम से बचने के तरीके

  1. ई-कॉमर्स अकाउंट को सिक्योर रखें:
    टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करें।
  2. पैकेज को रिपोर्ट करें:
    अगर ऐसा कोई अनचाहा पैकेज मिले तो तुरंत ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर शिकायत करें।
  3. डेटा प्राइवेसी का ध्यान रखें:
    अपनी पर्सनल जानकारी सिर्फ विश्वसनीय वेबसाइट्स के साथ ही शेयर करें।
  4. रिव्यूज पर आंख मूंदकर भरोसा न करें:
    प्रोडक्ट खरीदने से पहले वेरिफाइड रिव्यूज को ध्यान से पढ़ें।

ध्यान रखें और सतर्क रहें-

ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान सजग रहना जरूरी है। 'ब्रशिंग स्कैम' केवल फ्री प्रोडक्ट्स का मामला नहीं है, बल्कि आपकी पहचान और डेटा को खतरे में डालने का एक तरीका है। इसलिए हर कदम सावधानी से उठाएं और सुरक्षित खरीदारी करें।

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