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टेक्नोलॉजी की दुनिया में चीन का तूफान! चैटजीपीटी को पीछे छोड़ते हुए "डीपसीक" बना टॉप रेटेड AI एप

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टेक्नोलॉजी की दुनिया में 2025 में ऐसा भूचाल आया है जिसने अमेरिका के बड़े-बड़े टेक दिग्गजों को हिला कर रख दिया है। चीन के एक स्टार्टअप ने "डीपसीक" नाम का AI मॉडल लॉन्च करके ऐसा कमाल किया कि ओपनAI, गूगल और मेटा जैसी कंपनियों की बादशाहत पर सीधा हमला बोल दिया। अब तक AI के क्षेत्र में अमेरिका का ही दबदबा था, लेकिन "डीपसीक" ने आते ही सबकुछ बदल कर रख दिया। लॉन्च के कुछ ही घंटों में यह टॉप रेटेड एप बन गया, जिसने चैटजीपीटी को पीछे छोड़ दिया।

Nvidia को सबसे बड़ा झटका

इस नए AI मॉडल का सबसे बड़ा झटका दुनिया की दिग्गज चिप निर्माता कंपनी Nvidia को लगा। Nvidia की कुल वैल्यूएशन, जो 593 बिलियन डॉलर थी, देखते ही देखते हवा हो गई। अमेरिकी इतिहास में किसी एक कंपनी को इतने बड़े नुकसान का सामना इतनी तेजी से पहले कभी नहीं करना पड़ा था। यह नुकसान इतना बड़ा था कि इसे "तीन रिलायंस इंडस्ट्रीज के बराबर" कहा जा सकता है।

भारतीय बाजार में भी हड़कंप

इस घटनाक्रम का असर सिर्फ अमेरिका तक सीमित नहीं रहा। भारतीय शेयर बाजार में भी इसकी गूंज सुनाई दी। कई बड़ी कंपनियों के शेयर पिछले दो-तीन दिनों में 50% तक गिर गए, जिससे भारतीय निवेशकों में चिंता का माहौल बन गया है।

चीन की बढ़ती ताकत

चीन ने यह साफ कर दिया है कि वह टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विश्व गुरु बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। साइंस, टेक्नोलॉजी और व्यापार के क्षेत्रों में उसकी बढ़त अब केवल कोशिश नहीं रही, बल्कि उसने कई मामलों में अमेरिका को पीछे छोड़ना शुरू कर दिया है।

भारत के लिए सबक

इस घटनाक्रम ने भारत के लिए भी एक बड़ा सबक पेश किया है। यदि भारत को इस प्रतिस्पर्धा में बने रहना है तो टेक्नोलॉजी और नवाचार के क्षेत्र में और जोर लगाना होगा। भारतीय स्टार्टअप्स और टेक्नोलॉजी कंपनियों को नई संभावनाओं की तलाश में तेजी से काम करना होगा, ताकि वे भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सकें।

अमेरिका और दुनिया की नजरें अब चीन पर

अमेरिका और बाकी दुनिया अब इस बात पर नजर गड़ाए हुए हैं कि "डीपसीक" के बाद AI के क्षेत्र में अगला बड़ा कदम क्या होगा। लेकिन एक बात तो तय है कि टेक्नोलॉजी की इस दौड़ में चीन ने अपना परचम लहराना शुरू कर दिया है, और इसका असर आने वाले वर्षों में पूरी दुनिया पर देखने को मिलेगा।

 

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