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उत्तर प्रदेश में सिपाही भर्ती के लिए पांच दिन तक चली लिखित परीक्षा शनिवार को सफलतापूर्वक संपन्न हो गई। इस महत्वपूर्ण परीक्षा में लाखों अभ्यर्थियों ने भाग लिया। परीक्षा के आयोजन के दौरान सुरक्षा और पारदर्शिता को प्राथमिकता देते हुए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि परीक्षा सुचितापूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो।
डीजीपी का निरीक्षण और प्रतिक्रिया-
यूपी के डीजीपी ने शनिवार को लखनऊ के तेलीबाग स्थित राम भरोसे मैकू लाल इंटर कॉलेज में खुद परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने परीक्षा के सफल समापन पर खुशी जताई और कहा कि यह विश्व की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती परीक्षा है, जिसे उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुचारू रूप से संपन्न कराने में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने कहा, "सरकार का संकल्प था कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष होनी चाहिए, जिससे केवल मेधावी छात्र ही इस प्रक्रिया के माध्यम से चयनित हों।"
इन तारीखों में हुईं परीक्षा-
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPBPB) द्वारा आयोजित यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2024 के लिए कुल 5 दिन निर्धारित किए गए थे – 23, 24, 25, 30, और 31 अगस्त 2024। इस परीक्षा के लिए बड़ी संख्या में उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, लेकिन हैरानी की बात यह है कि लाखों उम्मीदवारों ने परीक्षा में शामिल नहीं होने का निर्णय लिया।
सेकंड लास्ट डे 20 फीसदी छात्रों ने छोड़ी परीक्षा-
30 अगस्त 2024 को हुई परीक्षा के आंकड़ों के अनुसार, यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के सेकंड लास्ट डे पर 9,63,613 अभ्यर्थियों को एग्जाम देना था। हालांकि, इसमें से 2 लाख से अधिक उम्मीदवार परीक्षा में शामिल नहीं हुए। इसका मतलब है कि लगभग 20% उम्मीदवारों ने परीक्षा छोड़ दी।
परीक्षा की प्रमुख विशेषताएं-
इस बार की भर्ती प्रक्रिया में कुल 60,244 सिपाही पदों के लिए आयोजित लिखित परीक्षा में लाखों अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। परीक्षा 25, 26, 27, 30 और 31 अगस्त को विभिन्न केंद्रों पर आयोजित की गई थी। शुक्रवार को आयोजित परीक्षा में 6,91,936 अभ्यर्थियों ने भाग लिया, जो अब तक की सर्वाधिक संख्या है। हालांकि, चौथे दिन 21.80% अभ्यर्थी परीक्षा से अनुपस्थित रहे। वहीं, परीक्षा में धांधली की कोशिश करने वाले 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से तीन सॉल्वर थे।
अनुचित साधनों पर प्रशासन की सख्ती-
डीजीपी मुख्यालय के अनुसार, परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों का प्रयोग करने और दूसरे की जगह परीक्षा देने का प्रयास करने वाले 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें सहारनपुर, मेरठ, फतेहपुर, एटा, और कानपुर के विभिन्न केंद्रों से फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़े गए अभ्यर्थी शामिल हैं। पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ 11 मुकदमे भी दर्ज किए हैं।
फूलप्रूफ इंतजाम और अभ्यर्थियों का भरोसा-
भर्ती बोर्ड द्वारा किए गए सख्त और फूलप्रूफ इंतजामों के चलते परीक्षा का आयोजन सुचारू रूप से हुआ, जिससे अभ्यर्थियों का भरोसा और भी बढ़ा। इस कारण चौथे दिन की परीक्षा में अधिक अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। बोर्ड द्वारा दस्तावेजों की जांच के लिए कराई गई ई-केवाईसी प्रक्रिया में भी कई संदिग्ध अभ्यर्थी पकड़े गए।
आगे की प्रक्रिया-
अब, भर्ती बोर्ड द्वारा ओएमआर शीट्स की जांच की जाएगी और परीक्षा का परिणाम जल्द ही घोषित किया जाएगा। इसके बाद चयनित अभ्यर्थियों को दस्तावेजों के परीक्षण और शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा।
संख्या के आधार पर विश्लेषण-
अब तक कुल 94 संदिग्ध अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 9,63,613 अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होना था, जिनमें से 6,91,936 ने परीक्षा में हिस्सा लिया।
परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों की संख्या:
इस सफल आयोजन ने यूपी पुलिस भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर मुहर लगा दी है। आगामी समय में, एक लाख से अधिक लोगों को विभाग में शामिल करने की योजना के तहत, यह परीक्षा एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
Baten UP Ki Desk
Published : 31 August, 2024, 8:32 pm
Author Info : Baten UP Ki