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एक ऐसी चमकती हुई धातु जिसका आकर्षण सबसे ज्यादा महिलाओं में देखा जाता है जो, बेसकीमती है वह धातु सोना है। सोना पूरी दुनिया पर अपनी धाक जमा रहा है। इसीलिए दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों की सोने को लेकर दीवानगी बढ़ रही है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार 2024 की पहली तिमाही यानी जनवरी से मार्च के बीच दुनियाभर में सोने की मांग सालाना आधार पर 3 फीसदी बढ़ी है। यह गोल्ड डिमांड के लिहाज से 2016 के बाद सबसे मजबूत पहली तिमाही है। भू-राजनीतिक तनाव के साथ महंगाई और मंदी जैसे खतरों की वजह से सोना केंद्रीय बैंकों की पसंद बन गया है।
क्यों बढ़ रही है सोने की खरीद?
वैश्विक परिस्थितियां लगातार तेजी से बदल रही हैं जिसमें रूस-यूक्रेन युद्ध के साथ इजरायल का अरब देशों से तनाव शामिल है। इससे वैश्विक मंदी तक की आशंका जताई जाने लगी। यही वजह है कि केंद्रीय बैंक लगातार सोने की खरीद बढ़ा रहे हैं, ताकि किसी भी बड़े आर्थिक संकट का मुकाबला कर सकें।
महंगाई में कारगर है सोना-
गोल्ड को मुद्रास्फीति के खिलाफ लड़ने में सहायक होता है। अगर रिजर्व बैंकों के पास ज्यादा गोल्ड रिजर्व रहेगा, तो वे महंगाई के खिलाफ ज्यादा बेहतर तरीके से रणनीति बना सकेंगे। गोल्ड के साथ डिफॉल्ट जैसा कोई जोखिम भी नहीं जुड़ा होता। उलटे वक्त के साथ इसकी वैल्यू हमेशा से बढ़ती आई है।
डॉलर पर निर्भरता में कमी करने की कोशिश -
डॉलर हमेशा से दुनिया की अर्थव्यवस्था को निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाता आ रहा है। इसीलिए सोने के बाद दूसरी ग्लोबल करेंसी तक कहा गया। लेकिन, अमेरिका के साथ खट्टे-मीठे रिश्ते के चलते अब दुनियाभर के देश डॉलर पर अपनी निर्भरता कम करने की कोशिश कर रहे हैं। कई देशों ने तो एकदूसरे की करेंसी में व्यापार भी शुरू कर दिया।
भारत ने बढ़ाया गोल्ड रिजर्व-
भारत की बात करें, तो रिजर्व बैंक का गोल्ड रिजर्व अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। भारत के रिजर्व बैंक ने अपनी गोल्ड होल्डिंग को 5 टन बढ़ाया है। अप्रैल की शुरुआत में RBI के पास 822.1 टन गोल्ड था। आपको बता दें कि मार्च में सेंट्रल बैंक ऑफ तुर्किये सोने का सबसे बड़ा खरीदार रहा। उसने अपने गोल्ड रिजर्व में 14 टन का इजाफा किया है। वहीं, पीपल्स बैंक ऑफ चाइना ने भी अपने गोल्ड रिजर्व में 5 टन और जोड़ा है। पीपल्स बैंक ऑफ चाइना का गोल्ड रिजर्व 2,250 टन के पार पहुंच चुका है।
आइए अब जानते हैं टॉप 10 देशों के बारे में जहां सबसे बड़ा गोल्ड रिजर्व है। आंकड़े वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के डाटा पर आधारित हैं।
1-यूएसए
इस सूची में पहले स्थान पर संयुक्त राज्य अमेरिका है। अमेरिका के पास गोल्ड का 8,133.46 टन रिजर्व है। इस गोल्ड की वैल्यू 543,499.37 मिलियन डॉलर है। यह रकम भारतीय करेंसी में 45 लाख करोड़ रुपये से अधिक होगी।
2-जर्मनी
दूसरे स्थान पर जर्मनी है। इस देश के पास 3,352.65 टन गोल्ड रिजर्व है। इस गोल्ड की टोटल वैल्यू 224,032.81 मिलियन डॉलर है।
3-इटली
इटली के पास 2,451.84 टन का गोल्ड रिजर्व है। इटली के पास मौजूद गोल्ड की टोटल वैल्यू 163,838.19 मिलियन डॉलर है.
4-फ्रांस
फ्रांस के पास 2,436.88 टन गोल्ड है। इस गोल्ड की वैल्यू 162,844.72 मिलियन डॉलर है।
5-रूस
रूस के पास 2,332.74 टन गोल्ड है. इस गोल्ड रिजर्व की वैल्यू 155,880.00 मिलियन डॉलर है।
6-चीन
छठे स्थान पर चीन है जहां दुनिया का सबसे ज्यादा सोना निकलता है। इसका गोल्ड रिजर्व 2,235.39 टन है। इस गोल्ड की वैल्यू 149,374.61 मिलियन डॉलर है।
7-स्विट्जरलैंड
सातवें स्थान पर स्विट्जरलैंड है. इसके पास 1,040.00 टन गोल्ड है। इस गोल्ड की वैल्यू 62,543.91 मिलियन डॉलर है.
8-जापान
इस एशियाई देश के पास 845.97 टन गोल्ड है जिसकी टोटल वैल्यू 56,530.15 मिलियन डॉलर है।
9-भारत
भारत नौंवे स्थान पर है यहां गोल्ड को बहुत महत्व दिया जाता है। भारत के पास 803.58 टन का गोल्ड रिजर्व है। इस गोल्ड की वैल्यू 53,697.34 मिलियन डॉलर है।
10-नीदरलैंड्स-
नीदरलैंड्स के पास 612.45 टन का गोल्ड रिजर्व है। इस गोल्ड रिजर्व की वैल्यू 40,925.77 मिलियन डॉलर है।
Baten UP Ki Desk
Published : 13 May, 2024, 5:41 pm
Author Info : Baten UP Ki