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इंटर कॉलेजों में खुलेंगे साथिया कॉर्नर

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किशोरों में स्वास्थ्य के प्रति समझ और स्वस्थ रहने की आदत विकसित करने के लिए सरकार ने एक नई पहल की शुरूआत की है जिसके तहत प्रदेश के 36 सरकारी व सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में साथिया कॉर्नर यानी किशोर स्वास्थ्य क्लीनिक खोले जाएंगे। सभी मंडल मुख्यालयों के दो-दो इंटर कॉलेजों में इनको स्थापित किया जाएगा।

साथिया कॉर्नर शुरू करने का मकसद- साथिया कॉर्नर शुरू करने का मकसद किशोरों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है। इनके माध्यम से इंटर कॉलेजों में समय-समय पर विद्यार्थियों को स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी दी जाएगी और जरूरत पड़ने पर काउंसलिंग भी की जाएगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तर प्रदेश के महाप्रबंधक डॉ. मनोज कुमार शुक्ला के मुताबिक किशोरों एवं किशोरियों को स्वास्थ्य के प्रति जानकारी देने के लिए शिक्षकों को ही प्रशिक्षित किया जाएगा। जल्द ही राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान में शिक्षकों का प्रशिक्षण शुरू होगा। इन कॉर्नर के माध्यमों से किशोर स्वास्थ्य के तहत मानसिक स्वास्थ्य एवं अवसाद प्रबंधन यौन संबंधित विकारों का उपचार और गैर संचारी रोगों के साथ ही सामान्य बीमारियों के उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
शिक्षकों द्वारा किशोर और किशोरियों की स्क्रीनिंग की जाएगी और फिर जरूरत के अनुसार विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी।

सरकारी अस्पतालों में हैं 328 साथिया केंद्र- आपको बता दें कि सरकारी अस्पतालों में 328 साथिया केंद्र स्थापित किए गए हैं। परन्तु यहां पर किशोर अपनी समस्याओं को बताने में असहज महसूस करते हैं। ऐसे में अब इंटर कॉलेजों मे साथिया कार्नर स्थापित करने का निर्णय लिया गया है जिससे किशोर और किशोरियां अपनी समस्याओं के लेकर बात कर समाधान पा सकें। 

 

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