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उत्तर प्रदेश की जनता को टेलीमेडिसिन सेवा-ईसंजीवनी का बड़े पैमाने पर लाभ मिल रहा है। 30 नवंबर को प्रदेश के 82910 लाभार्थियों को टेली मेडिसिन सेवाओं का परामर्श उपलब्ध कराकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। आपको बता दें कि वर्तमान में प्रदेश के लगभग 65000 से अधिक मरीज टेलीमेडिसिन सेवा का प्रतिदिन लाभ उठा रहे हैं।
बड़ी संख्या में लोग ले रही ई संजीवनी का लाभ-
यूपी में स्वास्थ्य परामर्श प्राप्त करने के लिए इस नए डिजिटल माध्यम ई-संजीवनी का उपयोग बड़ी संख्या में कर रहे हैं। प्रदेश के समस्त जनपदों में जनसमुदाय को गुणवत्तापरक प्राथमिक स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने के उद्देश्य से समस्त उपकेन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर के रूप में किया जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश के विभिन्न जनपदों के चिकित्सा महाविद्यालयों, जिला चिकित्सालयों एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों (एम्स) में स्थापित टेली मेडिसिन हब की सहायता से समस्त हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टरों द्वारा टेलीमेडिसिन / टेली कन्सल्टेशन की सुविधायें प्रदान की जा रही हैं। इसके साथ ही प्रदेश के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों द्वारा भी टेली कन्सलटेशन सुविधायें प्रदान की जा रही हैं।
कैसे करते हैं ई-संजीवनी का उपयोग-
इस पर कौन-कौन सी सुविधाएं उपलब्ध हैं और आप इसका लाभ कैसे ले सकते हैं। ये सारी बाते आपको बताते है विस्तार से..दरअसल ईसंजीवनी ओपीडी की शुरुआत तब हुई जब कोरोना महामारी के दौरान डॉक्टरों के पास जाकर स्वास्थ्य परामर्श लेना मुश्किल था। इसे साल 2020 में लांच किया गया था। इसे सेंटर फार डेवलपमेंट आफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग द्वारा विकसित किया गया है। इस ओपीडी का मुख्य उद्देश्य डिजिटलीकरण की मदद से उन व्यक्तियों को स्वास्थ्य सलाह प्रदान करना है, जिनके लिए अस्पतालों का चककर लगा पाना काफी मुश्किल होता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ई-संजीवनी सरकार द्वारा शुरू की गई अपनी तरह की पहली टेलीमेडिसिन पहल है, जो ई-संजीवनी आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और ई-संजीवनी ओपीडी के माध्यम से आनलाइन चिकित्सा सेवाएं प्रदान करती है।
ई-संजीवनी से मिलती हैं कौन-कौन सी सुविधाएं-
ई-संजीवनी ओपीडी के तहत आपको कौन-कौन सी सुविधा मिल सकेगी ज़रा इस ओर भी नज़र डालते हैं..ई-संजीवनी ओपीडी के तहत आपको कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं। इनमें पेशंट रजिस्ट्रेशन, टोकन जेनरेशन, क्यू मैनेजमेंट, डाक्टर के साथ आडियो-वीडियो कंसल्टेशन, ई-प्रिस्क्रिप्शन, एसएमएस/ईमेल के माध्यम से सूचनाएं, राज्य के डाक्टरों द्वारा सर्विस, फ्री सर्विस आदि शामिल हैं। अब अक्सर ऐसा होता है कि लोगों को यह पता ही नहीं होता है कि पोर्टल का इस्तेमाल कैसे करना है, तो इसकी पूरी प्रक्रिया को समझते हैं..
कैसे करते हैं इस्तेमाल-
इसके लिए पहले आपको इस मंच पर रजिस्ट्रेशन या फिर लॉग इन करना होगा। इसके लिए आपको आधिकारिक वेबसाइट esanjeevaniopd।in पर जाना होगा, जिसके बाद पेशंट रजिस्ट्रेशन पर जाकर रजिस्टर करना होगा। यहां आपको अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा जिस पर एक ओटीपी दिया जाएगा उसे दर्ज करना होगा। इसके बाद नीचे राज्य का विकल्प दिखाई देगा। इसमें आप किस राज्य में रह रहे हैं, उसका चयन करना है। इसके बाद रजिस्ट्रेशन पर मांगे जाने वाले विवरणों को दर्ज करना होगा। इसके बाद एसएमएस के माध्यम से आपको पेशंट आईडी और टोकन दिया जाएगा। इसकी मदद से ई-संजीवनी ओपीडी पोर्टल पर पेशेंट लागइन टैब में जाकर लागइन करना होगा। अब यहाँ आपको डाक्टर से अपाइंटमेंट लेने के लिए चुने गए क्लीनिक का नाम दर्ज करना होगा। यदि आपसे पहले और भी अपाइंटमेंट हैं, तो आपको एक सीरियल नंबर दिया जाएगा। यदि कोई नहीं है, तो फिर आप स्वास्थ्य परामर्श ले पाएंगे। तो है न कमाल की सुविधा जिसका इस्तेमाल कर आप घर बैठे ही अपना इलाज करा सकते हैं।
सीनियर प्रोड्यूसर
Published : 2 December, 2023, 4:46 pm
Author Info : राष्ट्रीय पत्रकारिता या मेनस्ट्रीम मीडिया में 15 साल से अधिक वर्षों का अनुभव। साइंस से ग्रेजुएशन के बाद पत्रकारिता की ओर रुख किया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया...