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(Special Story) मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की भारी जीत के बाद प्रदेश सरकार अब यूपी में भी लाडली बहन योजना शुरु करने की तैयारी कर रही है। जिसके लिए योगी सरकार ने अधिकारियों को इस योजना पर कार्य करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। बताया जा रहा है कि इस योजना को कई चरणों में उत्तर प्रदेश में लागू करने का प्लान है। उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव से पहले इस योजना का पहला चरण यूपी में लागू कर दिया जाएगा।
2017 से 2023 में 5.63% बढ़े महिला वोट
यूपी में 80 लोकसभा सीटें हैं जिनमें से बीजेपी के पास 64 सीटें हैं। ऐसे में यह योजना भाजपा के लिए लोकसभा चुनाव में महिला वोटों को अपने पक्ष में करने में मददगार साबित हो सकती है। साथ ही यह भी देखा जाना होगा कि इस योजना का यूपी में कितना प्रभाव पड़ता है। हालांकि इससे पहले भी राज्य सरकार के साथ साथ केंद्र सरकार भी यूपी में महिलाओं की सुरक्षा और उनके विकास को लेकर लगातार प्रयास करती आ रही है। जैसे- मिशन शक्ति योजना, 60 वर्ष से अधिक महिलाओं को फ्री बस सेवा योजना, आयुष्मान भारत, उज्ज्वला योजना, हर घर शौचालय, प्रधानमंत्री आवास योजना, तीन तलाक आदि। जिसका असर ये रहा कि 2017 के मुकाबले 2023 में 5.63% ज्यादा महिला वोटरों ने भाजपा को वोट किया है।
UP के 15 जिलों में लागू हो सकती है MP की योजना-
एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक महिला एवं बाल कल्याण विभाग इस योजना को मूर्त रूप देने में जुटे हुए हैं। जल्द ही योगी कैबिनेट में इसका मसौदा पेश किया जाएगा। तैयार हो रहे मसौदे के मुताबिक यूपी सरकार हर महीने महिलाओं को 1500 रुपए देने पर विचार कर रही है। सरकार ने वित्त विभाग के अफसरों से इस योजना पर होने वाले खर्च और उसका राज्य कोषागार पर क्या असर पड़ेगा, उसका ब्यौरा मांगा है। बताया जा रहा है कि सरकार ने इस योजना के लिए 120 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। फिलहाल 15 जिलों में इस कार्य योजना को लागू करने के लिए युद्धस्तर पर काम चल रहा है ताकि लोकसभा की आचार संहिता लगने से पहले ये योजना जमीन लागू की जा सके।
क्या है MP की लाड़ली बहना योजना-
अगर मध्य प्रदेश की लाड़ली बहना योजना की बात की जाए तो मध्य प्रदेश में इसकी शुरुआत पूर्व सीएम शिवराज चौहान ने 15 मार्च 2023 को की थी। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों को फाइनेंशियली मजबूत करना है। वर्तमान में इस योजना के अंतर्गत आने वाली 1 करोड़ 31 लाख महिलाओं को प्रति माह 1250 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। हालांकि शुरुआत में इस योजना के तहत महिलाओं को केवल 1000 रुपए ही प्रति माह दिए जाते थे लेकिन फिर बाद में इसकी राशि बढ़ाकर 15000 रुपये सालाना कर दी गई। इससे महिलाओं को आर्थिक रुप से सहायता मिलने के साथ साथ महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा मिला है। जानकारों का कहना है कि इस योजना को बीजेपी सरकार को बहुत फायदा मिला है। बीजेपी शानदार जीत के पीछे इस योजना को भी माना जा रहा है।
किन महिलाओं को मिलेगा योजना का लाभ-
मिली जानकारी के मुताबिक, पहले चरण में इस योजना का लाभ लेने से चूक गई महिलाओं को इसी साल 25 जुलाई से फिर मौका दिया गया है। इसकी पात्रता शर्तों को सरल किया गया था। दूसरे चरण में 21 साल से अधिक उम्र की विवाहित बहनों को भी आवेदन का मौका मिला, वहीं ट्रैक्टर वाले परिवारों की महिलाओं को भी लाभ में शामिल किया गया। आवेदन के लिए अब उम्र की लिमिट 21 साल से 60 साल तक कर दी गई है, जो पहले चरण में 23 से 60 साल थी।
आवेदन करने की शर्तें-
MP की जनता का शिवराज पर विश्वास-
हांलाकि मध्य प्रदेश में भाजपा की जीत के पीछे लाडली बहना योजना का योगदान होने के साथ साथ इसका सबसे बड़ा श्रेय शिवराज चौहान को भी जाता है। 2005 से लेकर 2023 तक चार बार सीएम चुने गए शिवराज चौहान के कार्यों को भी दर्शाता है कि उनके प्रति यहां की जनता में कितना विश्वास है। ऐसे में अगर हम शिवराज चौहान के कार्यकाल के बारे में बात करें तो वह मध्य प्रदेश में अब तक सबसे ज्यादा लम्बे समय तक मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल चुके हैं।
1990 में पहली बार बने विधायक-
आपको बता दे कि शिवराज सिंह चौहान 1990 में पहली बार बुधनी विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने। इसके बाद 1991 में विदिशा संसदीय क्षेत्र से पहली बार सांसद बने। इसके बाद 1992 में अखिल भारतीय जनता युवा मोर्चा के महासचिव बने। 1994 से 1996 तक हिन्दी सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे। इसके साथ साथ उन्होंने 1990 से लेकर 2005 तक कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। इसी बीच उन्हें 2005 में भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया।
4 बार सीएम बनने का कायम किया रिकॉर्ड-
इसके बाद 29 नवम्बर 2005 को उन्हें पहली बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई। प्रदेश की तेरहवीं विधानसभा के निर्वाचन में चौहान ने भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक की भूमिका का बखूबी निर्वहन कर विजयश्री प्राप्त की। इसके बाद 10 दिसम्बर 2007 को भारतीय जनता पार्टी के 143 सदस्यीय विधायक दल ने सर्वसम्मति से नेता चुना और 12 दिसम्बर 2007 को भोपाल में दूसरी बार उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और तीसरी बार उन्हें 8 दिसंबर 2013 को फिर से सीएम के कार्यकाल के लिए चुना गया। इसके अलावा उन्होंने चौथी बार मध्य प्रदेश का सीएम बनने का रिकार्ड बनाते हुए 24 मार्च 2020 को फिर एक बार ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के विधायकों के समर्थन से मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
लेखिका- अनीता
Baten UP Ki Desk
Published : 15 December, 2023, 3:29 pm
Author Info : Baten UP Ki