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कहां बना यूपी का पहला टेबलटॉप एयरपोर्ट

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चित्रकूट उत्तर प्रदेश के सबसे शानदार शहरों में से एक है। यहां घूमने और देखने के लिए काफी कुछ है। ऐसे में सरकार ने यहाँ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चित्रकूट की देवांगना पहाड़ियों पर यूपी का पहला टेबलटॉप एयरपोर्ट बनाया जा रहा है, जोकि हाल ही में बनकर तैयार होने वाला है। बताया जा रहा है कि इसे बनाने में लगभग 146 करोड़ रुपये का खर्च आया है। सबसे बड़ी बात कि ये बुंदेलखंड का पहला वर्किंग एयरपोर्ट होगा। इस हवाई अड्डे की सुंदरता देश के किसी भी एयरपोर्ट की सुंदरता को पीछे छोड़ देगी। एयरपोर्ट का रनवे 1475 मीटर लंबा और 23 मीटर चौड़ा है। टर्मिनल, एप्रन, एयर ट्रैफिक, कंट्रोल भवन और कार पार्किंग की सुविधा भी यहाँ पर मौजूद है। साथ ही चित्रकूट एयरपोर्ट को प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ, कानपुर व खजुराहो हवाई अड्डों से सीधे जोड़ने की तैयारी भी कर ली गयी है। यह एयरपोर्ट पूरी तरह से भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के अंतर्गत आएगा। इस एयर पोर्ट पर 20 सीटों वाले प्लेन को ही उड़ान की इजाजत होगी।

क्या होते हैं टेबलटॉप एयरपोर्ट्स- जैसा की इनका नाम है टेबलटॉप एयरपोर्ट, वैसे ही ये बिल्कुल किसी टेबल की तरह ही होता है। यानी बीच में रनवे और दोनो तरफ गहरी खाई रहती है। जब आप इन्हें ऊपर से देखेंगे तो ये बिल्कुल किसी टेबल के टॉप जैसे लगते हैं। टेबलटॉप एयरपोर्ट आम एयरपोर्ट से बेहद अलग होते हैं। जैसे कि इनके आकार और रनवे की लंबाई की बात करें तो इनका आकार और रनवे की लंबाई दोनों ही आम हवाईअड्डों से छोटा होता है। रनवे की लंबाई छोटी होने के कारण पायलटों के लिए टेकऑफ़ और लैंडिंग ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो जाती है। स्थान की बात करें तो ये सिर्फ वहीं बनाए जाते हैं जहां पहाड़ या कोई पठार हो इसलिए आम एयरपोर्ट्स की तुलना में इनतक पहुंचना और इन्हें संचालित करना ज्यादा मुश्किल होता है। और पहाड़ों या पठारों में बने होने के कारण ये हवाईअड्डे अक्सर ज्यादा चरम मौसम की स्थिति के अधीन होते हैं, जैसे तेज हवाएं या भारी बारिश। और इसकी वजह से भी पायलटों के लिए लैंडिंग और टेकऑफ़ काफी चुनौतीपूर्ण बन जाता है।
कुल मिलाकर, टेबल टॉप हवाई अड्डों को सुरक्षित रूप से संचालित करने के लिए विशेष प्रशिक्षण और अनुभव की जरूरत होती है, ये आम पायलटों द्वारा संचालित नहीं किया जा सकता। 
देशों में हैं टेबलटॉप एयरपोर्ट्स- दुनिया में इस तरह के एयरपोर्ट केवल चार देशों में ही हैं इनमें अमेरिका, नेपाल, नीदरलैड और भारत जैसे देश शामिल है। नेपाल का ताल्‍चा एयरपोर्ट, तेंजिंग एयरपोर्ट, त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट, तुमलिंग्‍तान एयरपोर्ट भी टेबलटॉप एयरपोर्ट हैं। नीदरलैड में कैरेबियना द्वीप पर बना जुआनचो एयरपोर्ट भी एक टेबलटॉप एयरपोर्ट है। इसके अलावा अमेरिका में केलीफॉर्निया का केटलीना एयरपोर्ट, एरिजोना का सेडोना एयरपोट, पश्चिमी वर्जीनिया का यीगर एयरपोर्ट भी इसी तरह के टेबलटॉप एयरपोर्ट हैं। वहीँ भारत की बात करें तो ऐसे एयरपोर्ट भारत के लेंगपुई (मिजोरम), शिमला और कुल्लू (हिमाचल प्रदेश), पाक्योंग (सिक्किम), मंगलुरु (कर्नाटक), कोझिकोड और कन्नूर (केरल) में मौजूद हैं।

 

 

 

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