विश्व आर्थिक मंच सम्मेलन (दावोस) में उत्तर प्रदेश ने तकनीकी और आर्थिक विकास की दिशा में बड़े कदम उठाए हैं। सिफी टेक्नोलॉजीज ने लखनऊ के चकगजरिया क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) हब बनाने के लिए 1000 करोड़ रुपये का निवेश करने का निर्णय लिया है।
यूपी में सोलर और विंड एनर्जी के लिए 1200 करोड़ का निवेश-
लॉर्ड्स मार्क इंडस्ट्रीज ने प्रदेश में 300 मेगावाट का सोलर प्लांट और रूफटॉप विंड एनर्जी टर्बाइन लगाने का प्रस्ताव रखा है। इस योजना पर 1200 करोड़ रुपये का निवेश होगा, जो यूपी के ऊर्जा क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
नोएडा में हाईपर स्केलर डेटा सेंटर की संभावनाएं-
सिफी टेक्नोलॉजीज ने 150-200 एकड़ जमीन पर हाईपर स्केलर डाटा सेंटर स्थापित करने की योजना प्रस्तुत की है। इस प्रोजेक्ट में लगभग 7000 करोड़ रुपये का निवेश संभावित है। यह सिफी का दूसरा बड़ा प्रोजेक्ट होगा, इसके पहले नोएडा में 75 मेगावाट डाटा सेंटर स्थापित हो रहा है।
स्मार्ट शिक्षा में एआई का उपयोग-
दावोस में इंटेल कॉर्पोरेशन की निदेशक ग्रीर मैसल्स के साथ बातचीत में उत्तर प्रदेश ने सरकारी स्कूलों में एआई आधारित स्मार्ट शिक्षा लागू करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। इस साझेदारी से युवाओं को एआई तकनीक में उन्नत बनाने की योजना है।
यूपी में ग्लासवेयर और सोलर पावर पर सहयोग-
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की चेयरपर्सन प्रिया अग्रवाल से बातचीत में ग्लासवेयर निर्माण, निर्यात और सोलर पावर जनरेशन में सहयोग की संभावनाएं तलाशी गईं। यह पहल यूपी के औद्योगिक विकास को नई दिशा देगी।
स्टार्टअप्स के लिए भुगतान गेटवे पर चर्चा-
रेजरपे के सह-संस्थापक और सीईओ हर्षिल माथुर से बातचीत में स्टार्टअप, एमएसएमई, दुकानों और स्ट्रीट वेंडर्स के लिए भुगतान गेटवे की योजनाओं पर विचार हुआ। यह छोटे व्यवसायों को डिजिटल युग में मजबूत बनाएगा।
ऑन-साइट पावर सॉल्यूशंस पर समझौता-
ब्लूम एनर्जी के सह-संस्थापक और सीईओ सी.आर. श्रीधर के साथ डाटा सेंटरों के लिए ऑन-साइट पावर सॉल्यूशंस की योजना पर चर्चा की गई। यह कदम यूपी में ऊर्जा क्षेत्र के सुधारों को गति देगा।
यूएई के साथ निजी निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास-
मुख्यमंत्री के सचिव अमित सिंह और यूपीनेडा के निदेशक अनुपम शुक्ला ने यूएई के अर्थव्यवस्था मंत्री अब्दुल्ला बिन तौक अल मर्री से मुलाकात की। बैठक में निजी निवेश, लॉजिस्टिक्स और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के अवसरों पर चर्चा की गई।
दावोस में उत्तर प्रदेश का प्रभाव-
दावोस सम्मेलन में यूपी प्रतिनिधिमंडल की सक्रियता ने राज्य को वैश्विक मंच पर मजबूती से स्थापित किया। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश को तकनीकी, औद्योगिक और ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के कई नए अवसर मिले हैं।