गोरखपुर की धरती पर आज एक नई विकास गाथा लिखी जा रही है। जहाँ कभी रामगढ़ताल उपेक्षा और गंदगी का प्रतीक था, वहीं अब यह स्थान गोरखपुर के पर्यटन और आर्थिक विकास के केंद्र में बदल गया है। इस परिवर्तन का सबसे चमकता उदाहरण है – 'फ्लोट', देश का सबसे बड़ा फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, जिसका आज उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया गया।
फ्लोटिंग रेस्टोरेंट ने दी गोरखपुर को एक नई पहचान-
रामगढ़ताल में स्थित इस अद्वितीय फ्लोटिंग रेस्टोरेंट ने गोरखपुर को एक नई पहचान दी है। 'फ्लोट' न सिर्फ अपनी भव्यता से बल्कि अपने सेवा स्तर और किफायती भोजन के लिए भी विशेष रूप से चर्चा में है। यहाँ आने वाले पर्यटक ढाबे के रेट पर फाइव स्टार की गुणवत्ता का आनंद ले सकेंगे।
फ्लोटिंग रेस्टोरेंट की विशेषताएँ
यह तीन मंजिला रेस्टोरेंट 9600 वर्गफुट में फैला हुआ है और एक साथ 150 लोगों के बैठने की क्षमता रखता है। यहाँ स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए रात्रि भोज, परिवारिक समारोह, और पार्टियों के आयोजन के लिए एक आदर्श स्थल उपलब्ध कराया गया है। 'फ्लोट' की तीनों मंजिलें विभिन्न अनुभव प्रदान करती हैं:
- ग्राउंड फ्लोर: शुद्ध शाकाहारी व्यंजन के लिए आरक्षित यह मंजिल स्वाद, ताजगी, और स्वच्छता का विशेष ख्याल रखता है।
- पहला फ्लोर: संगीत की धुनों से सजी इस मंजिल पर लोग दोस्तों के साथ पार्टी का मज़ा ले सकते हैं।
- तीसरा फ्लोर: यहाँ खुला रूफटॉप है, जहाँ से आप रामगढ़ताल के अद्भुत दृश्य का आनंद ले सकते हैं। लिफ्ट की सुविधा सभी उम्र के लोगों के लिए इसे सुलभ बनाती है।
10 करोड़ रुपये की लागत से बना अनोखा प्रोजेक्ट
फ्लोटिंग रेस्टोरेंट के निर्माण पर 10 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है, जिसे इंडियन रजिस्ट्रार ऑफ शिपिंग के मानकों के अनुसार तैयार किया गया है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने इसके संचालन के लिए एक निजी कंपनी के साथ 15 साल का अनुबंध किया है, जिससे जीडीए को हर महीने करीब 4.5 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त होगा।
रोजगार और पर्यटन में बढ़ावा-
इस नए रेस्टोरेंट के खुलने से स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं। रेस्टोरेंट के माध्यम से न सिर्फ गोरखपुर के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था के विकास में भी सहायक सिद्ध होगा। साथ ही, रामगढ़ताल अब न केवल स्थानीय निवासियों के लिए बल्कि दूर-दूर से आने वाले पर्यटकों के लिए भी एक बड़ा आकर्षण बन गया है।
रामगढ़ताल का ऐतिहासिक महत्व-
रामगढ़ताल का इतिहास भी गोरखपुर की विकास यात्रा से गहराई से जुड़ा है। 90 के दशक में जब वीर बहादुर सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने, तब उन्होंने रामगढ़ताल को एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने का सपना देखा। हालाँकि, उनके निधन के कारण यह योजना अधूरी रह गई। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह सपना साकार हुआ और आज रामगढ़ताल गोरखपुर की प्रमुख पहचान बन गया है।
पहली अधिसूचित वेटलैंड का दर्जा-
रामगढ़ताल को प्रदेश की पहली अधिसूचित वेटलैंड का दर्जा प्राप्त है, जो इसके पर्यावरणीय और जैव विविधता संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यहाँ की समृद्ध पारिस्थितिकी और प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। रेस्टोरेंट के उद्घाटन के बाद रामगढ़ताल का महत्व और भी बढ़ गया है, जिससे यह स्थान एक प्रमुख पर्यटक केंद्र के रूप में उभरा है।
‘मरीन ड्राइव’ के रूप में उभरता रामगढ़ताल-
गोरखपुर का रामगढ़ताल अब ‘मरीन ड्राइव’ के रूप में जाना जाने लगा है। यहाँ के सुंदर दृश्यों और शांति को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। 'फ्लोट' रेस्टोरेंट के खुलने से यह स्थान और भी खास हो गया है। यदि आप गोरखपुर में हैं और कुछ अनोखा अनुभव करना चाहते हैं, तो रामगढ़ताल और 'फ्लोट' रेस्टोरेंट आपका इंतजार कर रहे हैं। गोरखपुर की इस नई पहचान और विकास की कहानी हमें बताती है कि सही नेतृत्व और मेहनत से किसी भी स्थान को एक नई दिशा दी जा सकती है।