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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर अब अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवाओं पर भी दिखने लगा है। पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है, जिससे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से खाड़ी और यूरोपीय देशों के लिए उड़ानें न केवल महंगी हो गई हैं, बल्कि गंतव्य तक पहुंचने में ज्यादा समय भी लग रहा है।
आसमान पर है सीधी उड़ानों का किराया
लखनऊ स्थित चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से खाड़ी देशों के लिए सीधी उड़ानें संचालित होती हैं। इनमें जेद्दा, मस्कट और ओमान प्रमुख हैं। लेकिन पाकिस्तानी एयरस्पेस बंद होने के चलते इन उड़ानों को वैकल्पिक रूट से होकर जाना पड़ रहा है, जिससे उड़ान का समय औसतन 30 से 40 मिनट तक बढ़ गया है। इसका सीधा असर टिकट किराए पर भी पड़ रहा है।
उदाहरण के तौर पर:
लखनऊ से मस्कट जाने वाली ओमान एयरवेज की सीधी उड़ान का किराया अब ₹18,293 हो गया है, जबकि कनेक्टिंग फ्लाइट ₹13,676 तक में उपलब्ध है, हालांकि इसमें सफर का समय 20 घंटे तक हो सकता है।
लखनऊ से जेद्दा की सीधी उड़ान का किराया ₹43,293 तक पहुंच चुका है, जबकि कनेक्टिंग फ्लाइट में ₹19,574 में ही टिकट मिल जा रही है।
यूरोपीय देशों की यात्रा भी बनी महंगी सौदा
पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र के प्रतिबंध का असर सिर्फ खाड़ी देशों तक सीमित नहीं है। लखनऊ से यूरोपीय देशों को जाने वाली उड़ानों की लागत में भी जबरदस्त इज़ाफा हुआ है।
लखनऊ से लंदन (वाया दिल्ली) की एक त्वरित उड़ान का किराया अब ₹57,652 तक पहुंच गया है, जबकि कनेक्टिंग विकल्प ₹1,32,880 तक का हो चुका है।
लखनऊ से पेरिस के लिए सबसे तेज उड़ान ₹1,07,306 में उपलब्ध है, जबकि अन्य विकल्प ₹82,618 में मिल रहे हैं।
यात्रियों की प्राथमिकता बदल रही है
यात्रा एजेंसियों के अनुसार, बढ़े हुए किराए और समय को देखते हुए अब यात्री सीधी उड़ानों की बजाय सस्ती कनेक्टिंग फ्लाइटों का विकल्प चुन रहे हैं, भले ही उसमें अधिक समय क्यों न लगे। एयरवॉक ट्रैवल एजेंसी के मालिक आतिफ ने बताया, “अधिकतर लोग खर्च कम करने के लिए लंबी कनेक्टिंग उड़ानों को चुन रहे हैं। पहले जहां समय को प्राथमिकता दी जाती थी, अब किराया बचाना जरूरी हो गया है।”
कब तक रहेगा असर?
फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है कि पाकिस्तानी एयरस्पेस कब तक बंद रहेगा। अगर तनाव कम होता है और हवाई रास्ते फिर से सामान्य होते हैं, तो टिकट दरों में कुछ राहत मिल सकती है। लेकिन तब तक यात्रियों को अधिक भुगतान और लंबा सफर दोनों के लिए तैयार रहना होगा।
Baten UP Ki Desk
Published : 2 May, 2025, 5:18 pm
Author Info : Baten UP Ki