लखनऊ नगर निगम एक बार फिर से डॉग लाइसेंस चेकिंग अभियान को तेज करने जा रहा है। शहर में अब तक लगभग 5,000 कुत्ते मालिकों ने अपने पालतू कुत्तों का लाइसेंस नहीं बनवाया है, जिससे नगर निगम ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। पिछले साल लगभग 9,000 लोगों ने डॉग लाइसेंस बनवाए थे, लेकिन इस साल यह आंकड़ा अभी तक सिर्फ 3,000 तक ही पहुंच सका है। अभियान की शुरुआत बुधवार से होगी, जिसका मकसद सभी डॉग मालिकों को लाइसेंस बनवाने के लिए प्रेरित करना और उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाना है।
लाइसेंस न होने पर लगेगा भारी जुर्माना-
नगर निगम ने लाइसेंस न रखने वाले डॉग मालिकों पर 5,000 रुपये का जुर्माना लगाने की चेतावनी दी है। वर्तमान नियमों के तहत विदेशी नस्ल के कुत्तों के लिए लाइसेंस फीस 1,000 रुपये और देशी नस्ल के कुत्तों के लिए 200 रुपये है। लाइसेंस बनवाने के लिए, डॉग मालिक को अपने पालतू कुत्ते का रेबीज सर्टिफिकेट और आधार कार्ड के साथ सुबह 10 से शाम 4 बजे तक नगर निगम मुख्यालय में उपस्थित होना होगा।
इंदिरा नगर में होगा विशेष चेकिंग अभियान-
नगर निगम के पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा ने बताया कि अभियान के तहत इंदिरा नगर के पार्कों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर कुत्तों को टहलाने वाले लोगों के लाइसेंस चेक किए जाएंगे। इससे पहले कई बार इस अभियान को राजनीतिक दबाव के चलते रोकना पड़ा था, लेकिन अब निगम ने इसे सख्ती से लागू करने का फैसला किया है।
अब तक वसूला जा चुका है एक लाख से अधिक जुर्माना-
पिछले कुछ अभियानों में नगर निगम ने 1 लाख रुपये से अधिक जुर्माना वसूला है। हालांकि, अभी भी बड़ी संख्या में लोग लाइसेंस बनवाने से चूक रहे हैं। निगम अधिकारियों का कहना है कि इस बार सख्ती ज्यादा होगी और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
लाइसेंस प्रक्रिया को सरल बनाने के प्रयास-
लाइसेंस प्रक्रिया को सुचारू और सरल बनाने के लिए नगर निगम ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। साथ ही, शहर भर में डॉग मालिकों को लाइसेंस के महत्व और इसके उल्लंघन पर लगने वाले जुर्माने के बारे में जागरूक किया जा रहा है।