उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लखनऊ के एसजीपीजीआई (SGPGI) कैंपस में 1143 करोड़ रुपए की 7 नई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इनमें सबसे खास है 11 मंजिला हाईटेक रैन बसेरा, जो होटल स्टाइल में डिजाइन किया गया है। इसकी खासियत यह है कि यह परियोजना सीएम योगी की एक रात की संवेदनशीलता का परिणाम है। आइए जानते हैं इस अनोखे रैन बसेरे के बनने की पूरी कहानी...
सीएम योगी का अचानक दौरा और एक नया बदलाव-
एसजीपीजीआई के निदेशक के अनुसार एक सर्द दिसंबर की रात को सीएम योगी अचानक कैंपस का दौरा करने पहुंचे। न्यू ओपीडी और पीएमएसएसवाई बिल्डिंग के सामने कॉरिडोर में उन्होंने कई मरीजों और उनके तीमारदारों को ठिठुरते हुए देखा। जब सीएम ने पूछा कि इनके लिए ठहरने की कोई व्यवस्था क्यों नहीं है, तो उन्हें बताया गया कि सारे आश्रय स्थल फुल हैं। इस पर सीएम योगी ने तुरंत निर्देश दिया कि एक नई व्यवस्था की जाए। निदेशक ने कहा, “हमारे पास पर्याप्त जमीन है, अगर फंडिंग हो जाए, तो नया रैन बसेरा बन सकता है।” अगली ही सुबह मुख्यमंत्री कार्यालय से फोन आया कि रैन बसेरा बनाने के लिए फंड की मंजूरी हो गई है। अब डिजाइन तैयार करके काम शुरू कराया जाए।
51 करोड़ की फंडिंग से तैयार होगा हाईटेक रैन बसेरा
सीएम योगी ने एसजीपीजीआई में रैन बसेरे की आवश्यकता पर जोर देते हुए बताया, “SGPGI में रोजाना करीब 5000 मरीज OPD में आते हैं, जिनके साथ उनके परिजन भी होते हैं। करीब 15,000 लोग रोजाना कैंपस में आते हैं, लेकिन उनके लिए पर्याप्त रहने की सुविधा नहीं थी, जिससे कई लोग खुले में रात बिताने को मजबूर थे।” मुख्यमंत्री ने पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी से बातचीत की और उनकी पहल पर ओएनजीसी (ONGC) से 51 करोड़ रुपए का CSR फंड मिला। इसी फंड से अब यह हाईटेक रैन बसेरा बनने जा रहा है।
1072 बेड का होगा विशाल रैन बसेरा-
निदेशक डॉ. आरके धीमन ने बताया कि यह रैन बसेरा 11 मंजिला होगा और इसमें कुल 1072 बेड होंगे। हर मंजिल पर 160 बेड की व्यवस्था होगी, जबकि एक मंजिल को किचन और कैंटीन के लिए रखा गया है, जहां 15-20 रुपए में भरपेट भोजन मिलेगा। इसके अलावा, एक पूरी मंजिल पार्किंग के लिए होगी।
हाईटेक सुविधाएं: कम खर्च में आरामदायक सेवाएं-
रैन बसेरे में मरीजों और उनके परिजनों के लिए बेहद आरामदायक और आधुनिक सुविधाएं होंगी। यहां 15 रुपए में स्वादिष्ट भोजन मिलेगा और सभी फ्लोर पर साफ-सुथरी बैडिंग की व्यवस्था होगी। यह रैन बसेरा एक खूबसूरत होटल की तरह डिज़ाइन किया गया है, ताकि मरीजों के परिजन बिना किसी चिंता के यहां आराम कर सकें।
भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर निर्माण-
सीएम योगी ने रैन बसेरे की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह सिर्फ वर्तमान के लिए नहीं बल्कि भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। आने वाले समय में मरीजों और उनके परिजनों के लिए यह रैन बसेरा बड़ी राहत प्रदान करेगा, जो इस सुविधा की कमी के चलते बाहर खुले में रात बिताने को मजबूर थे।
संवेदनशीलता से प्रेरित पहल-
यह रैन बसेरा सीएम योगी की संवेदनशीलता और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता का नतीजा है। उनके एक रात के दौरे से हजारों लोगों की जिंदगी में बड़ा बदलाव आने जा रहा है।