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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, लखनऊ में एक 17 साल के छात्र ने ऑनलाइन गेम में 10 हजार रुपये हारने पर खुद को आग लगा ली। इससे वह गंभीर रूप से झुलस गया। जिसके बाद आनन-फानन में परिजनों ने उसे लखनऊ के सिविल हॉस्पिटल में सोमवार को सुबह भर्ती कराया। जहां 2 दिन के बाद बुधवार को उसकी मौत हो गई।
ऑनलाइन गेम खेलने का शौकीन था छात्र
बताया जा रहा है कि शिवा कश्यप ऑनलाइन गेम खेलने का शौकीन था और उसने मोबाइल गेम खेलने के लिए दोस्तों और रिश्तेदारों से रुपए उधार लिए थे। आपको बता दें कि शिवा कश्यप बंथरा में रहने वाले बृजेश कश्यप सिक्योरिटी गार्ड का बेटा था। वह 10वीं कक्षा का छात्र था। उसने पिता से पढ़ाई करने के नाम पर स्मार्टफोन खरीदवाया था। जिससे वह मोहल्ले के लड़कों के साथ शर्त लगाकर ऑनलाइन गेम खेलता था।
छात्र ने पिता की बाइक से निकाला था पेट्रोल
वहीं चचेरे भाई अनुभव ने बताया कि शिवा मोबाइल गेम की हार-जीत की बाजी लगाकर कुछ रुपय हार गया था। सोमवार सुबह शिवा घर से अचानक बाहर आया। उसने अपने पापा की बाइक से पेट्रोल निकाला। फिर खुद पर उड़ेलने लगा। चीख-पुकार की आवाज सुनकर परिजन बाहर आए तो आग की लपटों के बीच शिवा को देखकर दहल गए। किसी तरह से शिवा के कपड़ों की आग बुझाई। फिर उसको लेकर सिविल हॉस्पिटल पहुंचे। यहां उसको बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, शिवा करीब 60% झुलस गया था।
घटना के एक दिन पहले पिता ने पीटा
वहीं पुलिस के पूछताछ करने पर बृजेश कुमार के पड़ोसियों ने बताया कि शिवा के एक रिश्तेदार का मोबाइल फोन गायब हो गया था। जिसे लेकर पिता ने उसको घटना के एक दिन पहले पीटा था। इसके बाद ही शिवा ने खुद को आग लगा ली थी। जिसके बाद इंस्पेक्टर हेमंत राघव ने बताया कि छात्र के आग लगाकर खुदकुशी करने की जानकारी परिवार ने नहीं दी है। घटना के विषय में जानकारी की जा रही है। जांच के आधार पर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जाएगी।
बच्चों में तेजी से बढ़ा रही ऑनलाइन गेमिंग की लत-
आपको बता दें कि आज कल बच्चों में ऑनलाइन गेमिंग की लत एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। यह बच्चों और युवाओं को मानसिक और शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचा सकती है। माता-पिता को अपने बच्चों को ऑनलाइन गेमिंग के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक करना चाहिए और उन्हें इसके आदी होने से रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। साथ ही माता- पिता को ऐसी स्थिति में बच्चों के मन को समझ कर उन्हें शान्ति से समझाना चाहिए, न की मार पीटकर।
Baten UP Ki Desk
Published : 25 January, 2024, 10:58 am
Author Info : Baten UP Ki