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राजधानी लखनऊ में टीबी उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। जिले की सभी 204 ग्राम पंचायतों को 30 जून तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए सभी सीएचसी प्रभारियों को अभियान का नोडल अधिकारी बनाया गया है। वे ग्राम पंचायतों में चल रहे टीबी स्क्रीनिंग और इलाज अभियान की निगरानी करेंगे। स्वास्थ्य विभाग ने पहले 100 दिनों तक टीबी उन्मूलन अभियान चलाया था, जिसमें लखनऊ के 7522 मरीजों समेत कुल 9520 मरीजों की पहचान हुई थी। अब केंद्र सरकार के निर्देश पर यह अभियान जून 2025 तक के लिए बढ़ा दिया गया है।
गांव-गांव जाकर होगी स्क्रीनिंग
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. एनबी सिंह के मुताबिक टीमें गांव-गांव जाकर लोगों की स्क्रीनिंग और जांच करेंगी। टीबी की पुष्टि होने पर मरीजों को डाट्स केंद्रों पर पंजीकृत कर दवा शुरू कराई जाएगी। इस कार्य में आशा और एएनएम वर्करों की विशेष भूमिका तय की गई है।
सबसे अधिक पंचायतें सरोजनीनगर में
सीएमओ ने बताया कि सरोजनीनगर ब्लॉक में सबसे अधिक 62 ग्राम पंचायतें हैं, जिन्हें टीबी मुक्त करना सबसे बड़ी प्राथमिकता है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें पहले से ही क्षेत्र में सक्रिय हैं और चिन्हित मरीजों को समय से इलाज शुरू कराया जा रहा है।
दूसरे जिलों को भेजे गए आंकड़े
100 दिन के अभियान में मिले कुछ मरीज दूसरे जिलों से संबंधित पाए गए थे। ऐसे मामलों में संबंधित जिलों के CMO को मरीजों की सूची भेजकर दवा शुरू कराई गई है।
मुख्य तथ्य एक नजर में:
अभियान अवधि: अब 30 जून 2025 तक
लक्ष्य: लखनऊ की सभी 204 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करना
अब तक मिले मरीज: 100 दिन में 9520 मरीज, जिनमें 7522 लखनऊ से
नोडल अधिकारी: सभी CHC प्रभारी
मुख्य क्षेत्र: सरोजनीनगर में सर्वाधिक 62 पंचायतें
कार्य प्रणाली: आशा, एएनएम, डॉट्स केंद्रों के सहयोग से
टीबी की पुष्टि पर: फौरन पंजीकरण और मुफ्त दवा शुरू
Baten UP Ki Desk
Published : 29 April, 2025, 7:21 pm
Author Info : Baten UP Ki