संचारी रोगों की रोकथाम के लिए जागरूकता का महत्व सभी के लिए स्पष्ट है। प्रदेश सरकार निरंतर संचारी रोगों को खत्म करने के प्रयास कर रही है। इस दिशा में आज से राजधानी लखनऊ के अलीगंज स्थित सीएचसी में संचारी रोग अभियान का शुभारंभ किया गया, जिसमें डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और कालाजार जैसे रोगों को समाप्त करने के लिए सभी 13 विभागों का सहयोग आवश्यक है।
घर-घर जाकर जागरूकता अभियान-
डिप्टी सीएम ने कहा कि अभियान के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगे। "टीमें हर घर तक पहुंचेंगी और इस महीने भर चलने वाले अभियान के दौरान जागरूकता फैलाएंगी," उन्होंने कहा। स्थानीय पार्षद, सामाजिक कार्यकर्ता और नागरिकों की भूमिका भी इस अभियान में महत्वपूर्ण होगी।
साफ-सफाई पर जोर-
डिप्टी सीएम ने जनता से आग्रह किया कि वे अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें। खाली प्लॉटों में साफ-सफाई रखें और कूलर, गमले व टायर आदि में पानी न भरने दें। "जमा हुए पानी में मोबिल ऑयल या मिट्टी का तेल डालने से मच्छरों की पैदावार को रोकने में मदद मिलेगी," उन्होंने कहा।
फागिंग और एंटी-लार्वा छिड़काव की योजना-
डिप्टी सीएम ने बताया कि अभियान के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित फागिंग की जाएगी और एंटी-लार्वा का छिड़काव किया जाएगा। सफाई अभियान चलाकर रोगों से बचाव की कोशिश की जाएगी। "अगर डेंगू या मलेरिया का मरीज मिलता है, तो आसपास के लोगों की भी जांच कराई जाएगी," उन्होंने कहा।
संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान-
डिप्टी सीएम ने संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान करने और उन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया। इन क्षेत्रों में फागिंग और एंटी-लार्वा का छिड़काव किया जाएगा, और लोगों को बीमारी से बचाव के प्रति जागरूक किया जाएगा।
बुखार को नजरअंदाज न करें-
"बुखार को हल्के में न लें। तुरंत डॉक्टर से सलाह लें," डिप्टी सीएम ने जनता को चेतावनी दी। लखनऊ में स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का संचालन किया जा रहा है, जहां मुफ्त दवा और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं। इस प्रकार, इस संचारी रोग अभियान के तहत एकजुट होकर डेंगू और मलेरिया जैसे रोगों को समाप्त करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।