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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब केवल तकनीकी टूल नहीं, बल्कि वैश्विक रोजगार बाजार के लिए एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन (UNCTAD) और McKinsey जैसी वैश्विक एजेंसियों की रिपोर्ट्स के अनुसार, आने वाले पांच वर्षों में दुनिया की लगभग 40% नौकरियां AI के कारण प्रभावित हो सकती हैं। कई सेक्टर्स में जहां नौकरियों की प्रकृति बदलेगी, वहीं कुछ रोजगार पूरी तरह खत्म भी हो सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बदलाव का असर सबसे ज्यादा महिलाओं पर पड़ सकता है, क्योंकि AI से प्रभावित होने वाली अधिकांश नौकरियां महिलाओं द्वारा की जाती हैं।
AI से सबसे ज्यादा खतरे में ये नौकरियां:
1. HR और भर्ती सेक्टर:
अब AI खुद ही सीवी स्कैन करता है, प्रोफाइल शॉर्टलिस्ट करता है और इंटरव्यू शेड्यूल तक कर देता है। IBM जैसी कंपनियां पहले ही सैकड़ों HR कर्मियों की जगह AI एजेंट्स को ला चुकी हैं।
2. ड्राइवर और डिलीवरी वर्कर्स:
सेल्फ-ड्राइविंग टेक्नोलॉजी तेजी से बढ़ रही है। भविष्य में टैक्सी, लॉजिस्टिक्स और डिलीवरी में AI-ड्रिवन व्हीकल्स इंसानों की जगह ले सकते हैं।
3. एंट्री-लेवल कोडिंग और IT जॉब्स:
AI टूल्स अब बिना कोडिंग नॉलेज के भी सॉफ्टवेयर और वेबसाइट बना रहे हैं। इससे IT सेक्टर में बेसिक डेवलपर्स की मांग कम हो सकती है।
4. साइबरसिक्योरिटी सेक्टर:
AI जहां एक ओर सुरक्षा को बढ़ा रहा है, वहीं दूसरी ओर हैकर्स इसका इस्तेमाल जटिल और तेज साइबर अटैक के लिए कर रहे हैं।
5. कस्टमर सर्विस और सेल्स:
AI अब कस्टमर से बात करना, शिकायत सुलझाना और फॉलो-अप भेजने जैसे काम कर रहा है। Klarna जैसी कंपनियां AI से लाखों इंटरैक्शन करा रही हैं।
6. रेस्टोरेंट और स्टोर वर्कर्स:
सेल्फ-चेकआउट मशीन और रोबोट वेटर्स के कारण रेस्तरां और रिटेल स्टाफ की जरूरत घट रही है। भारत के कई शहरों में इसकी शुरुआत हो चुकी है।
7. रिपोर्टिंग और ऑफिस कम्युनिकेशन:
डेली रिपोर्ट्स, ईमेल, नोट्स जैसे ऑफिस के काम अब AI आसानी से कर रहा है। कंपनियां अपने CEO के AI अवतार तक इस्तेमाल कर रही हैं।
8. डिजिटल मार्केटिंग और सोशल मीडिया मैनेजमेंट:
AI पर्सनलाइज्ड विज्ञापन बनाता है, पोस्ट प्लान करता है और कस्टमर बिहेवियर को ट्रैक करता है। इससे बड़ी डिजिटल टीमों की जरूरत कम हो रही है।
डर नहीं, बदलाव की समझ जरूरी
AI को लेकर डरना नहीं, बल्कि खुद को नए स्किल्स से लैस करना ही स्मार्ट विकल्प है।
Goldman Sachs की रिपोर्ट के अनुसार, ज्यादातर नौकरियां खत्म नहीं होंगी, बल्कि उनका स्वरूप बदलेगा।
MIT के अर्थशास्त्री डेविड ऑटोर का कहना है कि "आज की 60% नौकरियां 1940 में अस्तित्व में ही नहीं थीं।" इससे साफ है कि तकनीक पुरानी नौकरियों को खत्म जरूर करती है, लेकिन नई संभावनाएं भी खोलती है।
क्या करें?
AI और डेटा एनालिटिक्स जैसे स्किल्स सीखें
नए टेक्नोलॉजी ट्रेंड्स के साथ खुद को अपडेट रखें
जिन जॉब्स में मानवीय रचनात्मकता और इमोशनल इंटेलिजेंस जरूरी है, उनमें विशेषज्ञता बढ़ाएं
AI का युग शुरू हो चुका है। जो लोग समय रहते खुद को इसके अनुरूप ढाल लेंगे, उनके लिए यह एक मौका है। बाकी लोगों के लिए यह एक चेतावनी है — भविष्य की तैयारी अभी से करें।
Baten UP Ki Desk
Published : 3 June, 2025, 6:18 pm
Author Info : Baten UP Ki