बड़ी खबरें

'संभल में शाही जामा मस्जिद को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के हस्तक्षेप नहीं', सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका 20 घंटे पहले 25 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों में वन क्षेत्रों पर अतिक्रमण, MP और असम में सबसे ज्यादा 20 घंटे पहले IIT गुवाहाटी ने विकसित की बायोचार तकनीक, अनानास के छिलके-मौसमी के रेशे साफ करेंगे पानी 20 घंटे पहले बेहद खतरनाक जलवायु प्रदूषक है ब्लैक कार्बन, मानसून प्रणाली में उत्पन्न कर रहा है गंभीर बाधा 20 घंटे पहले संपत्ति का ब्योरा न देने वाले आईएएस अफसरों को करें दंडित, संसदीय समिति ने की सिफारिश 20 घंटे पहले 'राष्ट्र को मजबूत बनाती भाषाएं...,' सीएम योगी बोले- राजनीतिक हितों के लिए भावनाओं को भड़का रहे नेता 20 घंटे पहले

भाषा नहीं बल्कि भावनाओं का अभिव्यक्तिकरण है हिंदी, दुनिया के ये बड़े सेलिब्रिटी बोलते हैं अच्छी हिंदी

Blog Image

हिंदी महज एक भाषा नहीं, बल्कि यह हमारी भावनाओं का अभिव्यक्तिकरण है। इतना ही नही यह हमारी संस्कृति की धरोहर और हमारी पहचान का प्रतीक भी है और विश्व मंच पर हिंदी हमें भारतीयता से जोड़ती भी है। आज, 14 सितंबर, को हम हिंदी दिवस मना रहे हैं, जो उस ऐतिहासिक दिन की याद दिलाता है जब 1949 में संविधान सभा ने हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में अपनाया। इस दिन को मनाने का उद्देश्य है कि हम हिंदी के महत्व को समझें और इसके संरक्षण व विकास के लिए एकजुट हों। हर साल इस दिन को मनाने का उद्देश्य है कि हम हिन्दी के महत्व को समझें, इसे संजोएं और इसके समृद्ध भविष्य के लिए एक-दूसरे को प्रेरित करें। हिंदी दिवस न केवल भाषा का उत्सव है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और भाषाई विविधता को एक सूत्र में पिरोने का प्रतीक है।

हिंदी दिवस का ऐतिहासिक सफर-

हिंदी दिवस का इतिहास भारत की आजादी के बाद की एक महत्वपूर्ण घटना से जुड़ा है। 14 सितंबर 1949 को, संविधान सभा ने हिंदी को देवनागरी लिपि में भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया। यह निर्णय भारत के भाषाई एकीकरण और प्रशासनिक सुगमता के लिए लिया गया था। पहली बार 1953 में हिंदी दिवस का आयोजन हुआ, और तब से यह दिन हर साल उत्साह और गर्व के साथ मनाया जाता है।

एक वैश्विक भाषा का उदय-

आज हिंदी न केवल भारत की प्रमुख भाषा है, बल्कि यह दुनिया भर में बोली जाने वाली सबसे बड़ी भाषाओं में से एक बन गई है। यह मंदारिन और अंग्रेजी के बाद दुनिया की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। हिंदी के बोलने वालों की संख्या करोड़ों में है, जो इसे वैश्विक मंच पर एक महत्वपूर्ण स्थान प्रदान करती है।

भाषा से संस्कृति तक-

हिंदी दिवस का मुख्य उद्देश्य हिंदी के विकास और प्रचार को बढ़ावा देना है। यह दिन प्रशासनिक, साहित्यिक और सामाजिक स्तर पर हिंदी के महत्व को उजागर करता है। साथ ही, यह भारत की विविध भाषाई विरासत को संरक्षित करने की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाने से न केवल प्रशासनिक कामकाज में सरलता आई, बल्कि यह भी सुनिश्चित हुआ कि भाषा देश की सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा बनी रहे।

हिंदी दिवस 2024: तिथि और महत्व-

इस साल, हिंदी दिवस शनिवार, 14 सितंबर को मनाया जाएगा। यह दिन भारतीय संविधान द्वारा हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दिए जाने की 75वीं वर्षगांठ का प्रतीक है।

हिंदी दिवस समारोह: भाषा का उत्सव-

हिंदी दिवस के अवसर पर भारत में कई जगहों पर सांस्कृतिक और साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी संस्थानों में कविता पाठ, निबंध लेखन, और वाद-विवाद प्रतियोगिताएं होती हैं। इसके अलावा, राजभाषा कीर्ति पुरस्कार और राजभाषा गौरव पुरस्कार जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से उन लोगों को नवाजा जाता है जिन्होंने हिंदी के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

बॉलीवुड और विदेशी कलाकारों का हिंदी प्रेम-

हिंदी दिवस केवल भारत तक सीमित नहीं है। दुनिया भर में हिंदी की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए कई अंतरराष्ट्रीय कलाकार और खिलाड़ी हिंदी सीखने और बोलने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

  • कैटरीना कैफ, जो ब्रिटेन की रहने वाली हैं, ने हिंदी में महारत हासिल कर बॉलीवुड में एक खास जगह बनाई है।
  • जैकलीन फर्नांडिस और मनीषा कोइराला जैसी विदेशी अभिनेत्रियों ने भी हिंदी भाषा को अपनाया है और इसका प्रभावी उपयोग किया है।

क्रिकेट की दुनिया में हिंदी का जलवा-

क्रिकेट जगत के कई अंतरराष्ट्रीय सितारे भी हिंदी से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके। एबी डीविलियर्स और ब्रेट ली जैसे खिलाड़ियों ने हिंदी बोलने और समझने में न केवल रुचि दिखाई, बल्कि भारतीय संस्कृति को भी अपनाया। ब्रेट ली ने तो हिंदी फिल्मों में काम कर हिंदी के प्रति अपनी लगाव दिखाया है।

हिंदी दिवस का संदेश-

हिंदी दिवस न केवल एक भाषा का उत्सव है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक एकता और विविधता का प्रतीक भी है। यह दिन हमें हमारी मातृभाषा के महत्व का स्मरण कराता है और इस बात की प्रेरणा देता है कि हम इसे अपने दैनिक जीवन में सम्मान और गर्व के साथ प्रयोग करें। हिंदी दिवस भारत की भाषाई धरोहर को संजोने और उसे नई पीढ़ी तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण अवसर है।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें