बड़ी खबरें

संसद के शीतकालीन सत्र का आज 7वां दिन, संभल हिंसा और अडाणी मुद्दे पर हंगामा संभव, लोकसभा में बैंकिंग अमेंडमेंट बिल 2024 हुआ पास 2 घंटे पहले उपराष्ट्रपति का केंद्र सरकार से सवाल, कृषि मंत्री शिवराज से पूछा- किसानों से किए वादे क्यों नहीं निभाए, हम कुछ नहीं कर रहे 2 घंटे पहले संभल हिंसा पर हाईकोर्ट में आज दो PIL पर सुनवाई, एक याचिका पर चीफ जस्टिस की बेंच करेगी सुनवाई, SIT जांच, अफसरों पर केस की मांग 2 घंटे पहले नोएडा में किसानों की महापंचायत आज,साथियों की रिहाई की मांग, सरकार ने बनाई हाईपावर कमेटी 2 घंटे पहले देवी -देवताओं के नाम पर बनेंगे पुलिस थाने,महाकुंभ को भव्य बनाने में जुटा पुलिस प्रशासन, भगवान के स्मरण से पुलिसकर्मियों को भी होगा पुण्यलाभ 2 घंटे पहले यूपी रोडवेज के चालकों के लिए आया नया आदेश, अब 400 किमी प्रतिदिन चलानी होगी बस, नहीं तो जाएगी नौकरी 2 घंटे पहले यूपी में बिजली दरें बढ़ाने के साथ गर्माया निजीकरण का मुद्दा, उपभोक्ता परिषद ने जताया विरोध, उग्र आंदोलन की धमकी 2 घंटे पहले यूपी के सभी प्राइमरी स्कूलों में कराया जाएगा बिजली कनेक्शन, 14 हजार 614 स्कूलों में अभी भी नहीं है बिजली 2 घंटे पहले यूपी में स्टेनोग्राफर भर्ती 2024 का नोटिफिकेशन जारी,26 दिसंबर से शुरू होंगे आवेदन, सैलरी 92 हजार से ज्यादा 2 घंटे पहले नेशनल सीड्स कॉर्पोरेशन में 188 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की तारीख बढ़ी, 8 दिसंबर 2024 तक कर सकते हैं अप्लाई 2 घंटे पहले

आर्थिक सुस्ती के बीच मॉर्गन स्टेनली ने घटाया भारत की GDP ग्रोथ का पूर्वानुमान, क्या है भारत की अर्थव्यवस्था का भविष्य?

Blog Image

वैश्विक निवेश बैंक मॉर्गन स्टेनली ने भारत की आर्थिक प्रगति को लेकर अपने पूर्वानुमान में कटौती की है। बैंक ने वित्त वर्ष 2025 के लिए देश की GDP ग्रोथ रेट का अनुमान घटाकर 6.3% कर दिया है, जो पहले 6.7% था। यह बदलाव सितंबर 2024 को समाप्त तिमाही में अर्थव्यवस्था की धीमी गति और विकास में आई सुस्ती को ध्यान में रखते हुए किया गया है।

जुलाई-सितंबर तिमाही में GDP ग्रोथ घटकर 5.4%

2024 की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की GDP ग्रोथ दर साल-दर-साल (YoY) 5.4% पर आ गई, जो मार्च 2023 के बाद सबसे निचले स्तर पर है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के कमजोर प्रदर्शन ने इस गिरावट में अहम भूमिका निभाई।

  • पिछली तिमाही (Q1FY25) में यह दर 6.7% थी।
  • एक साल पहले की समान तिमाही (Q2FY24) में यह 8.1% थी।

GVA में भी आई गिरावट-

जुलाई-सितंबर तिमाही में ग्रॉस वैल्यू एडेड (GVA) 5.6% की दर से बढ़ा, जबकि एक साल पहले यह 7.7% था।

  • Q1FY25 में GVA ग्रोथ 6.8% थी।

सेक्टर-वार प्रदर्शन: कौन कितना मजबूत, कौन कमजोर?

भारत के विभिन्न सेक्टर्स में विकास दर की स्थिति इस प्रकार रही:

  • माइनिंग: -0.1% (पिछले साल 11.1%)
  • मैन्युफैक्चरिंग: 2.2% (पिछले साल 14.3%)
  • इलेक्ट्रिसिटी: 3.3% (पिछले साल 10.5%)
  • कंस्ट्रक्शन: 7.7% (पिछले साल 13.6%)
  • एग्रीकल्चर: 3.5% (पिछले साल 1.7%)
  • ट्रेड और होटल: 6% (पिछले साल 4.5%)
  • फाइनेंस और रियल एस्टेट: 6.7% (पिछले साल 6.2%)
  • पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन: 9.2% (पिछले साल 7.7%)

ग्लोबल परिप्रेक्ष्य: भारत अब भी सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था

हालांकि भारत की GDP ग्रोथ में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन यह अब भी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ रही है।

चीन: 4.6%

जापान: 0.9%

GDP और GVA: क्या है अंतर?

GDP (ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट)
GDP देश में एक अवधि के भीतर उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य को मापती है। यह किसी भी अर्थव्यवस्था की स्वास्थ्य का मापन करती है।

  • रियल GDP: स्थिर मूल्य (बेस ईयर 2011-12) पर कैलकुलेट होती है।
  • नॉमिनल GDP: मौजूदा कीमतों पर कैलकुलेट होती है।

GVA (ग्रॉस वैल्यू एडेड)-

GVA से पता चलता है कि इनपुट कॉस्ट और कच्चे माल के दाम निकालने के बाद कुल उत्पादन कितना हुआ। यह आर्थिक उत्पादन और इनकम को दर्शाता है।

क्या है GDP ग्रोथ में गिरावट का मुख्य कारण?

विशेषज्ञों के अनुसार, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की कमजोर स्थिति और माइनिंग में गिरावट GDP ग्रोथ को धीमा कर रहे हैं।

भारत की अर्थव्यवस्था का भविष्य-

आर्थिक चुनौतियों के बावजूद भारत की विकास दर अन्य देशों की तुलना में मजबूत बनी हुई है। यह स्थिति निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। भारत की GDP ग्रोथ में गिरावट भले ही चिंता का विषय हो, लेकिन इसके दीर्घकालिक आर्थिक बुनियाद अभी भी मजबूत हैं। नीतिगत सुधार और संरचनात्मक बदलाव GDP ग्रोथ को फिर से पटरी पर लाने में मदद कर सकते हैं।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें