बड़ी खबरें

रामलीला मैदान में कांग्रेस की बड़ी रैली आज, लोकसभा चुनावों के दौरान दिल्ली में राहुल गांधी की पहली जनसभा 9 घंटे पहले पांचवें चरण के लिए आज शाम थम जाएगा चुनाव प्रचार, यूपी की 14 लोकसभा सीटों पर 20 मई को होगा मतदान 9 घंटे पहले डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ (AKTU) के स्टूडेंट बनेंगे आर्टिशियल इंटेलिजेंस एक्सपर्ट, एआई फंडामेंटल्स की दी जाएगी ट्रेनिंग 9 घंटे पहले लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राहुल गांधी और स्मृति ईरानी की दांव पर लगी प्रतिष्ठा, लखनऊ पूर्व विधानसभा उप चुनाव के लिए भी मैदान में 4 प्रत्याशी 8 घंटे पहले IPL 2024 में प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हुई लखनऊ, चौथे स्थान के लिए चेन्नई और आरसीबी में जंग 8 घंटे पहले रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और डिफेंडिंग चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स के बीच आज होगा 68वां मुकाबला, बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा मैच 8 घंटे पहले दुनिया की टॉप 2 हजार यूनिवर्सिटीज में 64 इंडियन इंस्टीट्यूट्स शामिल, पहले नंबर पर IIM-A, टॉप 10 में हैं 4 IITs 8 घंटे पहले मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन में 108 पदों पर निकली भर्ती, ग्रेजुएट्स को मौका, 56 साल है एज लिमिट 8 घंटे पहले बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर सहित अन्य पदों पर निकली भर्ती, उम्मीदवार ऑफिसियल वेबसाइट vasantakfi.ac.in पर 7 जून 2024 तक कर सकते हैं अप्लाई 8 घंटे पहले भीषण लू की चपेट में उत्तर भारत; राजस्थान-दिल्ली समेत इन राज्यों में प्रचंड गर्मी की अलर्ट 4 घंटे पहले

यूपी के लोकगीत - भाग 3

लोक संगीत ऐसे पारंपरिक संगीत को संदर्भित करता है जो किसी विशेष क्षेत्र, संस्कृति या समुदाय से उत्पन्न होता है। यह आम तौर पर पीढ़ी दर पीढ़ी मौखिक रूप से ही हस्तांतरित होता है लेकिन अब  इसे लिखित रूप में भी संरक्षित और रिकॉर्ड किया जा रहा है। लोक संगीत अक्सर इसे बनाने और प्रदर्शन करने वाले लोगों के सामाजिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक अनुभवों को दर्शाता है। इसी तरह यूपी के कुछ लोकगीत हैं जिन्हे हम फाग, नकटा और रसिया के नाम से जानते हैं।

नकटा
नकता अवध क्षेत्र का लोक गीत है और इसे पूर्वांचल के क्षेत्रों में भी गाया जाता है। नकटा गीतों को मजाकिया अंदाज में गाया जाता है। यह प्रायः महिलाओं द्वारा गाया जाने वाला लोकगीत है और इसे विवाह जन्मसंस्कार आदि के समय पर गाया जाता है जिसमे देवर, भाभी, समधी और समधन आदि के रिश्तों को मजाकिया अंदाज में बयान किया जाता है।

रसिया 
रसिया ब्रज क्षेत्र का लोक संगीत है। इसका विषय राधा कृष्ण का प्रेम प्रसंग होता है। ब्रज क्षेत्र में रसिया गीत त्योहारों के समय गाया जाता है। होली के त्योहार के समय इन गीतों को प्रमुखता से गाया जाता है। रसिया गीत गाते समय बम्प नामक एक बड़े नगाड़े का प्रयोग किया जाता है जिसे डंडों से बजाया जाता है। रसिया का प्रयोग रासलीलाओं में भी कलाकारों के द्वारा किया जाता है।

फाग 
फाग एक त्योहार विशेष के समय गाया जाने वाला लोकगीत है। फाग को होली के त्योहार में ही बुंदेलखंड क्षेत्र तथा इससे जुड़े क्षेत्रों में गाया जाता है। फाग के मुख्य वाद्ययंत्रों में ढोलक, खंजरी ,ताशे, झांझ, आदि का प्रयोग किया जाता है। फाग एक समूह में गाया जाने वाला लोकगीत है और मुख्यतायः पुरुष लोग ही फाग को गाते हैं । फाग का विषय राम से लेकर कृष्ण और लोक संबंधों के बारे में होता है। इन सब के अलावा चैती नाम का एक और लोकगीत है जिसे पूर्वी उत्तरप्रदेश में गाया जाता है। चैती हिंदू पंचांग के चैत्र माह में गाया जाने वाला लोकगीत है। दरअसल चैत्र भगवान राम के जन्म का महीना होता है इसीलिए चैती की हर पंक्ति के अंत में राम या रामा शब्द का प्रयोग किया जाता है।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें