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भारत एक ऐसा देश है जहाँ अलग-अलग धर्म और संस्कृतियाँ मिलकर एक अद्भुत अनुभव बनाती हैं। यहाँ के मंदिर सिर्फ पूजा-अर्चना के स्थल नहीं होते, बल्कि ये धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के प्रतीक भी होते हैं। भारत में कुछ ऐसे मंदिर भी हैं जो अपनी अनोखी पूजा विधियों और इतिहास के कारण खास हैं। ये मंदिर अपनी असामान्यता और विशिष्टता के लिए प्रसिद्ध हैं। अगर आप कुछ नया जानना चाहते हैं, तो आइए हम आपको बताते हैं भारत के उन चार अजब-गजब मंदिरों के बारे में जो सचमुच हैरान करने वाले हैं।
भारत माता मंदिर एक ऐसा अद्भुत स्थल है, जो पूरी तरह से भारत माता की पूजा के लिए समर्पित है। यह मंदिर 1936 में स्वतंत्रता सेनानी बाबू शिव प्रसाद गुप्ता द्वारा बनवाया गया था और इसका उद्घाटन महात्मा गांधी ने किया था। इस मंदिर की खासियत यह है कि यहाँ देवी-देवताओं की मूर्तियाँ नहीं हैं, बल्कि यहाँ एक विशाल और अद्भुत नक्शा है, जो विभाजन से पहले का अविभाजित भारत दर्शाता है। इस मंदिर में पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश जैसे देशों को भी शामिल किया गया है। यह मंदिर देश के उन निडर स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने देश को स्वतंत्र कराने के लिए संघर्ष किया।
2. मलंदा दुर्योधन मंदिर, कोल्लम, केरल
केरल के कोल्लम जिले में स्थित यह मंदिर राजा दुर्योधन को समर्पित है। यहाँ पर कोई गर्भगृह या मूर्ति नहीं है, बल्कि एक मंडपम (उठा हुआ मंच) है, जहाँ भक्त प्रार्थना करते हैं। यह मंदिर एक प्राचीन किंवदंती से जुड़ा हुआ है, जिसके अनुसार दुर्योधन ने पांडवों के निर्वासन के दौरान यहाँ प्रार्थना की थी। मंदिर के आस-पास के लोग, विशेष रूप से कुरवा जाति के लोग, इसे विशेष सम्मान देते हैं और आज भी इस मंदिर में पुजारी के रूप में सेवा करते हैं। यह मंदिर न केवल धार्मिक बल्कि ऐतिहासिक दृष्टि से भी अनोखा है।
3. व्हिस्की देवी मंदिर, मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश का व्हिस्की देवी मंदिर, जिसे काल भैरव मंदिर भी कहा जाता है, न केवल अपनी धार्मिक विशेषताओं के लिए बल्कि अपने अजीबो-गरीब पूजा पद्धतियों के लिए भी प्रसिद्ध है। इस मंदिर में देवी को प्रसाद के रूप में शराब चढ़ाई जाती है। यह परंपरा पंचमकार तांत्रिक अनुष्ठानों से जुड़ी हुई है, जहाँ देवी को शराब, मांस, मछली, भांग और अन्य सामग्री चढ़ाने की परंपरा थी। आजकल मंदिर के बाहर विक्रेता नारियल, फूल और शराब की थाली बेचते हैं, जिसे श्रद्धालु देवी को चढ़ाते हैं। यह मंदिर अपने अनूठे प्रसाद की परंपरा के कारण एक खास पहचान रखता है।
4. चन्नपटना कुत्ता मंदिर, कर्नाटक
कर्नाटक का चन्नपटना कुत्ता मंदिर अपने आप में एक अजूबा है, क्योंकि यहाँ पर कुत्तों की पूजा की जाती है। यह मंदिर 2010 में एक व्यापारी द्वारा बनवाया गया था, और इसके निर्माण से पहले दो कुत्ते mysteriously गायब हो गए थे। उसके बाद, देवी केम्पन्ना ने व्यापारी को सपने में आकर कुत्तों के नाम पर मंदिर बनाने की इच्छा जताई। इसके बाद इस मंदिर का नाम चन्नपटना कुत्ता मंदिर रखा गया और तभी से यहाँ कुत्तों की पूजा की जाने लगी। यह मंदिर अपने रहस्यमय इतिहास और अनूठी पूजा पद्धति के कारण आकर्षण का केंद्र बन गया है।
इन अद्भुत मंदिरों में से आपको कौन सा मंदिर सबसे ज्यादा आकर्षित करता है? क्या आप इन स्थानों की रहस्यमय धार्मिक और सांस्कृतिक विशेषताओं को महसूस करना चाहते हैं? अपने विचार हमारे साथ साझा करें और इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।
Baten UP Ki Desk
Published : 22 December, 2024, 1:00 pm
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