उत्तराखंड, जिसे देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है, प्रकृति प्रेमियों और यात्रियों के लिए स्वर्ग से कम नहीं है। यह राज्य न केवल अपनी धार्मिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ के खूबसूरत गांव भी अपनी आकर्षक प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण से सभी का दिल जीत लेते हैं। यदि आप भी उत्तराखंड की यात्रा पर जा रहे हैं और उसकी अनदेखी खूबसूरती का अनुभव करना चाहते हैं, तो इन 5 गांवों में जरूर जाएं।
- कलाप गांव (उत्तरकाशी)
उत्तरकाशी जिले के ऊपरी गढ़वाल क्षेत्र में स्थित कलाप गांव, अपनी हरे-भरे जंगलों, हिमालयी चोटियों और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ से बंदरपूंछ, स्वर्गारोहिणी और केदारकांठा जैसी बर्फ से ढकी पर्वत चोटियाँ नजर आती हैं। गांव में कर्ण को समर्पित एक मंदिर भी है, जहां हर दस वर्ष में महोत्सव आयोजित होता है। यह गांव पारंपरिक गढ़वाली वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत करता है और शहरी शोर-शराबे से दूर है।
- माणा गांव (चमोली)
चमोली जिले में स्थित माणा गांव भारत के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बद्रीनाथ से कुछ दूरी पर है और इसे अब 'पहला गांव' माना जाता है। यह गांव सरस्वती नदी के किनारे बसा हुआ है और यहाँ का दृश्य बर्फ से ढके हिमालय से घिरा हुआ है। माणा गांव भेड़ के ऊन से बने उत्पादों जैसे शॉल, मफलर और टोपी के लिए भी प्रसिद्ध है। यह एक आदर्श स्थान है, जहां आप शांति और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव कर सकते हैं।
- चोपता गांव (रुद्रप्रयाग)
रुद्रप्रयाग जिले में स्थित चोपता गांव को "मिनी स्विट्ज़रलैंड" के नाम से भी जाना जाता है। यह गांव अपने खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य के लिए प्रसिद्ध है, जो स्विट्ज़रलैंड की पहाड़ियों से मेल खाता है। यहाँ की हरियाली, ठंडी हवाएँ और शांत वातावरण यात्रियों को एक अद्भुत अनुभव प्रदान करते हैं। चोपता खासकर पैदल यात्रा और ट्रैकिंग के शौकिनों के लिए एक बेहतरीन स्थान है।
- खिरसू गांव (पौड़ी)
पौड़ी से लगभग 19 किमी दूर स्थित खिरसू गांव, एक छुपा हुआ रत्न है। यह गांव हरे-भरे जंगलों और हिमालय की शानदार चोटियों से घिरा हुआ है। यहाँ का शांत वातावरण यात्रियों के लिए एक आदर्श स्थान है। खिरसू के पास स्थित ट्रैकिंग मार्ग पर्यटकों को प्राकृतिक सौंदर्य से जोड़े रखते हैं, और यहाँ का नजारा देखने लायक होता है।
- मुनस्यारी (पिथौरागढ़)
पिथौरागढ़ जिले में स्थित मुनस्यारी, हिमालय के कुमाऊं क्षेत्र का एक खूबसूरत गांव है, जो ट्रैकिंग और एडवेंचर के शौकिनों के लिए एक आदर्श स्थल है। मुनस्यारी को हिमालय के "गेटवे" के रूप में भी जाना जाता है। यहाँ से नंदाकोट, नंदा देवी और पंचचूली जैसी पर्वत चोटियाँ साफ दिखाई देती हैं, जो इसे पर्वतारोहण के लिए एक आदर्श स्थल बनाती हैं।
प्रकृति प्रेमियों के लिए जन्नत: उत्तराखंड के ये गाँव-
इन 5 गांवों की यात्रा करने से न केवल आपको उत्तराखंड की अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव होगा, बल्कि आपको यहाँ की सांस्कृतिक धरोहर और शांति का भी एहसास होगा। उत्तराखंड के इन गांवों में हर किसी के लिए कुछ खास है, जो किसी भी यात्रा को अविस्मरणीय बना देता है।