बड़ी खबरें

कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से लिया संन्यास, इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर दी जानकारी 3 घंटे पहले ढाई बजे ब्रीफिंग करेंगे डीजीएमओ 3 घंटे पहले देश के 32 एयरपोर्ट्स पर फिर से संचालन शुरू 3 घंटे पहले भारत ने मालदीव को दी 50 मिलियन डॉलर की वित्तीय सहायता, विदेश मंत्री ने जताया आभार 3 घंटे पहले 'पाकिस्तान की सेना आतंकियों के साथ खड़ी हुई', प्रेस ब्रीफिंग में बोले डीजी ऑपरेशंस एक घंटा पहले वायुसेना ने कहा- चीन के हथियारों से लड़ रहा था पाकिस्तान, उसके सारे हथियार नाकाम एक घंटा पहले वायुसेना ने कहा- चीन के हथियारों से लड़ रहा था पाकिस्तान, उसके सारे हथियार नाकाम एक घंटा पहले

विराट कोहली...'साइनिंग ऑफ'! आंकड़े बताते हैं इस खिलाड़ी के जुनून की कहानी

Blog Image

भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक गौरवशाली अध्याय का समापन हो गया है। विराट कोहली ने आखिरकार टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। सोमवार (12 मई) को इंस्टाग्राम पर एक भावनात्मक पोस्ट के जरिए उन्होंने यह बड़ा ऐलान किया, जिसने केवल उनके करोड़ों प्रशंसकों को चौंकाया, बल्कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य को लेकर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

टेस्ट ने मुझे गढ़ा, जिंदगी के सबक दिए

कोहली ने लिखा, "टेस्ट क्रिकेट ने मेरी परीक्षा ली, मुझे आकार दिया, और वो पाठ सिखाए जो जिंदगीभर याद रहेंगे।" उनके शब्दों में आत्मीयता थी, गहराई थी, और एक ऐसे योद्धा की आवाज़ थी, जिसने 22 गज की पिच पर खुद को हर कसौटी पर साबित किया।

BCCI भी चाहता था ठहराव, लेकिन कोहली ने लिया ठोस फैसला

BCCI ने कोहली से आग्रह किया था कि वे इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली आगामी टेस्ट सीरीज को देखते हुए अपने फैसले पर पुनर्विचार करें। 10 मई को विराट ने बीसीसीआई को संन्यास की सूचना दी थी, और 11 मई को बोर्ड के एक अधिकारी ने उनसे बात भी की थी। लेकिन विराट ठान चुके थे। उन्होंने निर्णय लिया और पूरे सम्मान के साथ क्रिकेट की सबसे कठिन फॉर्मेट को ‘सैल्यूट’ किया।

बॉर्डर-गावस्कर ट्रिगर?

टाइमिंग के लिहाज से विराट का संन्यास बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद आया, जिसमें उनका प्रदर्शन साधारण रहा। 23.75 की औसत और 8 में से 7 बार ऑफ स्टंप की गेंदों पर आउट होना, यह बताता है कि विराट खुद अपने मानकों पर खरे नहीं उतर पा रहे थे। 9 पारियों में केवल 190 रन और एक शतक, ये आंकड़े विराट जैसे बल्लेबाज़ को जरूर मंथन की ओर ले जाते हैं।

कोहली का टेस्ट करियर – आंकड़े नहीं, एक प्रेरणा

  • मैच: 123

  • रन: 9230 (औसत 42.30)

  • शतक: 30 | अर्धशतक: 31

  • दोहरे शतक: 7 (भारतीय रिकॉर्ड)

  • कैच: 121

  • टेस्ट प्लेयर ऑफ ईयर: 2017 और 2018

कोहली का घरेलू दबदबा: भारत में सबसे ज़्यादा टेस्ट शतक

विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर में कुल 30 शतक लगाए हैं, जिनमें से 14 शतक भारतीय सरज़मीं पर आए हैंजो उनके घरेलू वर्चस्व को दर्शाता है। विदेशों में भी उन्होंने कई यादगार पारियां खेलीं, लेकिन न्यूजीलैंड में उनके बल्ले से सिर्फ एक शतक निकला। यह आँकड़ा दिखाता है कि कोहली ने घरेलू परिस्थितियों में किस कदर राज किया।

कप्तानी के मोर्चे पर भी कोहली अव्वल

ICC ट्रॉफी भले ही कोहली के नाम हो, लेकिन टेस्ट कप्तानी में वह धोनी और रोहित से मीलों आगे हैं। उन्होंने घर पर 11 में से सभी टेस्ट सीरीज जीतीं, जबकि धोनी और रोहित के खाते में घरेलू सीरीज हार भी दर्ज है। विराट की कप्तानी में भारत टेस्ट क्रिकेट में एक दमदार ताकत बनकर उभरा।

बैगी ब्लू’ से ‘269’ तक – विराट की आखिरी पोस्ट

विराट ने अपने आखिरी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, सफेद जर्सी में खेलना मेरे लिए बहुत खास रहा है। यह आसान नहीं, लेकिन अब सही समय लग रहा है। इसने मुझे मेरी उम्मीद से कहीं ज्यादा दिया।” पोस्ट के अंत में उन्होंने लिखा – 269 – साइनिंग ऑफ।” यह उनका टेस्ट कैप नंबर था, जिससे उनका गहरा जुड़ाव रहा है।

'बिस्कॉटी' बोले डिविलियर्स – एक सच्चा लीजेंड

विराट को उनके करीबी दोस्त और साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान एबी डिविलियर्स ने “सच्चा लीजेंड” कहा। उन्होंने प्यार से विराट को "Biscotti" कहा – एक इटालियन बिस्कुट जो हर बार खाने पर याद रह जाता है, ठीक उसी तरह जैसे विराट की पारी।

एक युग का अंत, लेकिन विरासत अमिट

विराट कोहली सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं थे – वह टेस्ट क्रिकेट के प्रति समर्पण का प्रतीक थे। उनके संन्यास के साथ एक युग का अंत हो गया है, लेकिन जो जोश, जुनून और जज़्बा उन्होंने इस खेल को दिया है, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए मशाल बनकर रहेगा।

अन्य ख़बरें