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लखनऊ की जमीन पर पीवी सिंधु ने देश की दूसरी सबसे बड़ी प्रतियोगिता रचा इतिहास! महिलाओं ने जीता भारत के लिए पहली बार गोल्ड

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रविवार का दिन भारतीय बैडमिंटन के लिए इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो गया, जब लखनऊ के बीबीडी स्टेडियम में सैयद मोदी इंडिया इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबलों में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। महिला डबल्स में भारत ने पहली बार गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया, जबकि पीवी सिंधु और लक्ष्य सेन ने अपनी दमदार खेल शैली से स्वर्ण पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया। यह चैंपियनशिप न केवल भारतीय बैडमिंटन की ताकत का प्रमाण बनी, बल्कि खेल प्रेमियों के लिए एक प्रेरणादायक क्षण भी लेकर आई।

महिला डबल्स में ऐतिहासिक स्वर्ण-

भारतीय जोड़ी त्रिशा जॉली और गायत्री गोपीचंद ने महिला डबल्स फाइनल में चीन की बाव ली जिंग और ली कियान को 21-18, 21-11 से हराकर गोल्ड मेडल जीता। यह पहली बार है जब महिला डबल्स में भारत को इस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल हुआ।

पीवी सिंधु ने महिला सिंगल्स में रचा इतिहास-

महिला सिंगल्स के फाइनल में ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु ने चीन की वू लुओ यू को 21-14, 21-16 के अंतर से हराया। 2022 के बाद यह उनका दूसरा सैयद मोदी खिताब है। सिंधु ने 2017 में भी यह खिताब जीता था और अब एक बार फिर चैंपियन बनकर अपनी श्रेष्ठता साबित की।

मेंस सिंगल्स में लक्ष्य सेन का दमदार प्रदर्शन-

पुरुष सिंगल्स में भारत के लक्ष्य सेन ने सिंगापुर के जिया हेंग जेसन तेह को 21-7 और 21-6 के सीधे सेटों में हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया। पूरे मैच में लक्ष्य का प्रदर्शन लाजवाब रहा और उन्होंने दर्शकों को रोमांचित किया।

मिश्रित युगल में भारत की हार-

मिश्रित युगल वर्ग में भारत की ध्रुव कपिला और तनिषा क्रिस्टो की जोड़ी थाईलैंड के डी पुवारानुक्रोह और सुपिसारा पेवसम्प्रान से हार गई। भारतीय जोड़ी ने पहला सेट 21-18 से जीता, लेकिन अगले दो सेटों में थाईलैंड के खिलाड़ियों ने वापसी कर 14-21, 8-21 से जीत दर्ज की।

पुरुष डबल्स में चीनी खिलाड़ियों की विजय-

पुरुष डबल्स फाइनल में पृथ्वी कृष्णमूर्ति रॉय और साईं प्रतीक की भारतीय जोड़ी ने चीन के हुआंग डी और ली यू यांग के खिलाफ शानदार खेल दिखाया, लेकिन आखिरी सेट में 14-21, 21-19, 17-21 से हार गई।

देश की दूसरी सबसे बड़ी इनामी राशि वाली प्रतियोगिता-

सैयद मोदी इंडिया इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप देश की दूसरी सबसे बड़ी इनामी राशि वाली प्रतियोगिता है। इस साल इसमें कुल 2,10,000 अमेरिकी डॉलर (करीब 1.8 करोड़ रुपये) की इनामी राशि रखी गई।

भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन-

इस प्रतियोगिता में कुल 256 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जिनमें से 163 भारतीय खिलाड़ी थे। पीवी सिंधु, लक्ष्य सेन और सात्विक साईराज-चिराग शेट्टी की जोड़ी सहित कई भारतीय शटलरों ने जोरदार प्रदर्शन किया।

शीर्ष भारतीय खिलाड़ी और उनकी विश्व रैंकिंग-

  • पुरुष एकल:

    • लक्ष्य सेन: वर्ल्ड रैंक 17
    • प्रियांशु राजावत: वर्ल्ड रैंक 34
  • महिला एकल:

    • पीवी सिंधु: वर्ल्ड रैंक 19
    • मालविका बंसोड: वर्ल्ड रैंक 36
  • पुरुष युगल:

सात्विक साईराज और चिराग शेट्टी: वर्ल्ड रैंक 9

  • महिला युगल:

अश्विनी पोनप्पा और तनिषा क्रिस्टो: वर्ल्ड रैंक 14

  • मिश्रित युगल:

बी. सुमित रेड्डी और सिकी रेड्डी: वर्ल्ड रैंक 32

भारतीय बैडमिंटन का बढ़ता कद-

सैयद मोदी बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत का प्रदर्शन न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह भारतीय बैडमिंटन के बढ़ते कद को भी दर्शाता है। आने वाले दिनों में भारतीय खिलाड़ी और बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगे, यही उम्मीद की जा रही है।

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