भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपनी घातक गेंदबाजी से इतिहास रच दिया है। ICC टेस्ट बॉलिंग रैंकिंग में उन्होंने 904 रेटिंग पॉइंट्स का अभूतपूर्व आंकड़ा छू लिया है, जो किसी भारतीय गेंदबाज द्वारा अब तक का सर्वोच्च है। इससे पहले यह उपलब्धि 2016 में रविचंद्रन अश्विन के नाम दर्ज हुई थी। बुमराह के इस जबरदस्त प्रदर्शन ने उन्हें न केवल रैंकिंग के शिखर पर बनाए रखा, बल्कि भारतीय क्रिकेट में नया कीर्तिमान भी स्थापित कर दिया।
बैटिंग रैंकिंग: हेड ने हासिल किया टॉप-4 स्थान
ऑस्ट्रेलिया के ट्रैविस हेड ने अपनी धमाकेदार फॉर्म जारी रखते हुए ICC टेस्ट बैटिंग रैंकिंग के टॉप-4 में जगह बना ली है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत उन्होंने यह मुकाम हासिल किया। वहीं, यशस्वी जायसवाल एक स्थान खिसककर पांचवें स्थान पर आ गए हैं। इंग्लैंड के जो रूट अभी भी शीर्ष स्थान पर काबिज हैं।
बॉलिंग रैंकिंग: रबाडा और हेजलवुड बुमराह के पीछे
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करते हुए बुमराह ने अब तक तीन मैचों में 21 विकेट लिए हैं। उनके बाद साउथ अफ्रीका के कगिसो रबाडा (856) दूसरे और ऑस्ट्रेलिया के जोश हेजलवुड (852) तीसरे स्थान पर हैं। हालांकि, विकेटों की कमी के चलते रविंद्र जडेजा टॉप-10 से बाहर हो गए हैं।
केएल राहुल की बड़ी छलांग, स्मिथ और हेड भी चमके
केएल राहुल ने गाबा टेस्ट में अपनी शानदार पारी के दम पर 10 स्थान की छलांग लगाई है और अब वे 40वें स्थान पर पहुंच गए हैं। ट्रैविस हेड ने गाबा में 152 रनों की पारी खेलकर 825 रेटिंग पॉइंट्स के साथ चौथे स्थान पर कब्जा किया। उनके हमवतन स्टीव स्मिथ ने भी शतक लगाकर टॉप-10 में वापसी की है।
ऑलराउंडर रैंकिंग: जडेजा शीर्ष पर, अश्विन तीसरे स्थान पर
ऑलराउंडर रैंकिंग में रवींद्र जडेजा अपनी नंबर-1 पोजीशन पर कायम हैं। तीसरे टेस्ट के बाद संन्यास लेने वाले रविचंद्रन अश्विन तीसरे स्थान पर बने हुए हैं। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट में चार विकेट और 42 रन बनाकर टॉप-10 में फिर से एंट्री कर ली है।
भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का दबदबा-
ICC टेस्ट रैंकिंग में भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का दबदबा साफ झलक रहा है। बुमराह और हेड की शानदार परफॉर्मेंस ने उन्हें नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। वहीं, जडेजा ने ऑलराउंडर रैंकिंग में अपनी स्थिति बरकरार रखी है। यह साफ है कि खिलाड़ियों के व्यक्तिगत प्रदर्शन ने उनकी टीमों की सफलता में अहम भूमिका निभाई है।