गर्भवती और धात्री महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके स्वास्थ्य व पोषण की बेहतर देखभाल सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना एक बड़ा कदम है। एकीकृत बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) विभाग ने इस योजना के तहत पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह योजना महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान कर न केवल उनके स्वास्थ्य का ख्याल रखेगी, बल्कि शिशु मृत्यु दर को कम करने में भी अहम भूमिका निभाएगी।
आईसीडीएस विभाग करेगा योजना का संचालन-
जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि इस योजना का संचालन अब स्वास्थ्य विभाग की जगह एकीकृत बाल विकास सेवा विभाग करेगा। बाल विकास परियोजना अधिकारी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इस योजना के संचालन का प्रशिक्षण दिया गया है। उन्हें आईडी और पासवर्ड भी जारी किए गए हैं, जिससे पंजीकरण की प्रक्रिया सुचारू रूप से शुरू हो सके।
पंजीकरण के लिए क्या है प्रक्रिया?
योजना का लाभ उठाने के लिए गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के समय पंजीकरण कराना अनिवार्य है।
- पहली किस्त: पंजीकरण होते ही महिला के बैंक खाते में ₹1,000 की राशि जमा की जाएगी।
- दूसरी किस्त: गर्भावस्था के छह महीने पूरे होने और एक प्रसवपूर्व जांच कराने पर ₹2,000 की धनराशि मिलेगी।
- तीसरी किस्त: बच्चे के जन्म के बाद उसका टीकाकरण (बीसीजी, ओपीवी, डीपीटी, हेपेटाइटिस बी) पूरा होने पर ₹2,000 का भुगतान किया जाएगा।
जच्चा-बच्चा की बेहतर देखभाल के लिए वित्तीय मदद-
योजना के तहत दी जाने वाली राशि गर्भवती महिलाओं को पोषण और स्वास्थ्य देखभाल में मदद करेगी। इससे गर्भ में पल रहे और नवजात बच्चों की मृत्यु दर को कम करने में भी मदद मिलेगी।
पंजीकरण कहां और कैसे करें?
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना पोर्टल के माध्यम से या नजदीकी जन सुविधा केंद्र पर जाकर पंजीकरण किया जा सकता है। इसके अलावा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी इस प्रक्रिया में सहयोग करेंगी।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका-
लगभग 1,000 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उनके प्रशिक्षण और आईडी जारी होने से यह योजना तेजी से लागू हो रही है। उनका प्रयास है कि अधिक से अधिक महिलाओं तक इस योजना का लाभ पहुंचे।
जनवरी 2025 से लाभ मिलना होगा शुरू-
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने जानकारी दी कि जनवरी 2025 से पंजीकृत महिलाओं को योजना के तहत धनराशि मिलने लगेगी। यह योजना गर्भवती और धात्री महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण की देखभाल सुनिश्चित करने की एक अनूठी पहल है। पंजीकरण प्रक्रिया को सरल और प्रभावी बनाया गया है, ताकि हर गर्भवती महिला इसका लाभ उठा सके।