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गुरुवार को संसद के शीतकालीन सत्र का आठवां दिन कई महत्वपूर्ण घटनाओं का गवाह बना। विपक्षी सांसद काली जैकेट पहनकर पहुंचे और मोदी-अडाणी संबंधों को लेकर जोरदार नारेबाजी की। संसद के बाहर और भीतर, दोनों जगहों पर विपक्षी नेताओं ने अपनी आवाज बुलंद की। राहुल गांधी ने अडाणी मामले में मोदी सरकार पर तीखे सवाल उठाए।
काली जैकेट में विरोध प्रदर्शन-
विपक्षी सांसदों ने 'गली-गली में शोर है, मोदी-अडाणी चोर है' के नारे लगाते हुए अपना प्रदर्शन शुरू किया। इस विरोध में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित कई बड़े नेता शामिल हुए। उन्होंने नारे लगाते हुए कहा:
"स्कूल देखो- अडाणी।"
"सड़कें देखो- अडाणी।"
"ऊपर देखो- अडाणी, नीचे देखो- अडाणी।"
राहुल गांधी ने कहा, "आप (सरकार) कभी अडाणी की जांच कराएंगे? मोदी जी और अडाणी जी की जांच नहीं कराई जा सकती क्योंकि यह उनकी खुद की जांच होगी। मोदी और अडाणी दो नहीं, बल्कि एक हैं।"
किरेन रिजिजू का पलटवार: 'हंगामा वोट नहीं दिलाता'-
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष के प्रदर्शन पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लोकसभा में कहा, "शून्यकाल में सभी की बात सुनी जाती है, लेकिन विपक्ष ने नियम तोड़े और प्लेकार्ड्स लेकर सदन में आ गए। उनके कपड़ों और व्यवहार ने संसदीय गरिमा को ठेस पहुंचाई।" रिजिजू ने आगे कहा, "सदन में हिस्सा लेकर, अच्छा व्यवहार करने से ही जनता का विश्वास जीता जा सकता है। सिर्फ हंगामा करने से वोट नहीं मिलते।"
'नेता प्रतिपक्ष पर अपमानजनक भाषा' का आरोप-
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा में इस्तेमाल की गई भाषा को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, "नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया, जो संसदीय इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।" उन्होंने स्पीकर से अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने वाले सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
टीएमसी सांसद का आरोप: बंगाल को 1.83 लाख करोड़ नहीं मिले-
टीएमसी सांसद कीर्ति आजाद ने केंद्र पर पश्चिम बंगाल के साथ भेदभाव का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "पिछले पांच सालों से बंगाल सरकार को 1.83 लाख करोड़ रुपये नहीं दिए गए। यह पैसा आवास, सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए जरूरी है।" उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी और खाद की किल्लत जैसे मुद्दों पर चर्चा की मांग की।
संसद में पेश हुए दो विधेयक-
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने राज्यसभा में बॉयलर विधेयक पेश किया। यह विधेयक 100 साल पुराने कानून को निरस्त करेगा और बॉयलर से संबंधित अपराधों को अपराध की श्रेणी से बाहर करने के लिए विशेष प्रावधान करेगा।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे (संशोधन) विधेयक, 2024 को लोकसभा में पेश किया। यह विधेयक रेलवे अधिनियम, 1989 को संशोधित करेगा और रेलवे के विकास, संचालन और प्रबंधन के लिए नए नियम लाएगा।
संसद सत्र: लोकतंत्र की चुनौतियां और समाधान
संसद के आठवें दिन विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखे आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिले। अडाणी मुद्दे पर बहस के साथ-साथ अन्य राष्ट्रीय मुद्दों जैसे महंगाई, बेरोजगारी, और संसदीय कार्यों में व्यवधान पर भी चर्चा हुई। विपक्ष के प्रदर्शन ने सरकार के खिलाफ दबाव बनाया, लेकिन यह देखना होगा कि यह बहस देश की समस्याओं के समाधान तक पहुंचती है या नहीं।
Baten UP Ki Desk
Published : 5 December, 2024, 3:37 pm
Author Info : Baten UP Ki