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पेपर लीक की वारदात के बाद एनटीए ने यूजीसी-नेट की परीक्षा को फिर से कंप्यूटर आधारित यानी सीबीटी मोड में कराने का फैसला लिया है। इससे पहले, 2018 से लगातार यह परीक्षा कंप्यूटर आधारित हो रही थी, लेकिन इस बार एनटीए ने पेन-पेपर मोड में आयोजन किया था। इसके पश्चात पेपर लीक हो गई थी, जिसके बाद इस फैसले का अंतिम नतीजा यह निकलता है कि कंप्यूटर आधारित परीक्षा सुरक्षित और विश्वसनीय होती है।
सीबीटी मोड में कम होती है गडबड़ी की आशंका
पेन-पेपर के मुकाबले कंप्यूटर के जरिए होने वाली परीक्षाओं में गड़बड़ी की कम आशंका को देखते हुए एनटीए आने वाले दिनों में नीट-यूजी की परीक्षा भी कंप्यूटर के जरिए ही करा सकता है। एनटीए में सुधार को लेकर गठित उच्च स्तरीय कमेटी ने हाल ही में इस विषय पर विशेषज्ञों के साथ चर्चा की है। साथ ही इसके लिए जरूरी संसाधनों व समय का भी आकलन किया है।
एनटीए ने रद्द की तीन परीक्षाएं-
एनटीए ने हाल ही में तीन परीक्षाओं को रद्द या स्थगित कर दिया है, जिसमें यूजीसी नेट भी शामिल है। इसके साथ ही, एनटीए ने इन परीक्षाओं के लिए एक नया परीक्षा कार्यक्रम जारी किया है। यूजीसी नेट की परीक्षा अब 21 अगस्त से 4 सितंबर के बीच आयोजित की जाएगी, जैसा कि एनटीए ने जारी किया है। इसके बावजूद, अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह परीक्षा एक ही शिफ्ट में होगी या यह विभिन्न राज्यों में विभिन्न तारीखों पर आयोजित की जाएगी।
यूजीसी नेट में दस से 12 लाख छात्र लेते हैं हिस्सा-
पेन-पेपर के मुकाबले कंप्यूटर के जरिए होने वाली परीक्षाओं में गड़बड़ी की कम आशंका को देखते हुए एनटीए आने वाले दिनों में नीट-यूजी की परीक्षा भी कंप्यूटर के जरिए ही करा सकता है। एनटीए में सुधार को लेकर गठित उच्च स्तरीय कमेटी ने हाल ही में इस विषय पर विशेषज्ञों के साथ चर्चा की है। साथ ही इसके लिए जरूरी संसाधनों व समय का भी आकलन किया है।
Baten UP Ki Desk
Published : 29 June, 2024, 7:28 pm
Author Info : Baten UP Ki