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देशभर में लोकतंत्र का महा उत्सव मनाया जा रहा है। बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं की किस्मत ईवीएम मशीनों में बंद हो रही है। इस महापर्व में उत्तर प्रदेश भी सबसे बड़ा भागीदार है जहां तीन चरणोंं के मतदान हो चुके हैं। कल यानी 13 मई को यहां चौथे चरण का मतदान है जिसमें कई राजनीतिक धुरंधरों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। कन्नौज में सपा मुखिया अखिलेश यादव और खीरी में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ सरीखे दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है।
इस सीट पर कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है क्योंकि यहां से सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और भाजपा के सुब्रत पाठक चुनावी मैदान में हैं। भारतीय जनता पार्टी के सुब्रत पाठक कन्नौज सीट पर वर्तमान सांसद हैं। 2019 के चुनाव में पाठक ने अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को हराकर जीत हासिल की। अब इस चुनाव में उनकी सीधी टक्कर अखिलेश यादव से है।
अजय मिश्रा टेनी लोकसभा चुनाव 2014 में लखीमपुर खीरी लोकसभा से पहली बार भाजपा से सांसद चुने गए। जिसके बाद देश में बनी नरेंद्र मोदी सरकार में टेनी को ग्रामीण विकास पर स्थायी समिति, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की सलाहकार समिति, 2014-2018 तक वह आधिकारिक भाषा पर संसद की समिति, 2018-2019 तक वह आधिकारिक भाषा पर संसद की पहली उप-समिति के सदस्य तथा संयोजक बनाए गए। लोकसभा चुनाव 2019 में विजयी होने के बाद अजय मिश्रा दोबारा संसद पहुंचे थे। 7 जुलाई 2021 को उन्हें मोदी सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बनाया गया। लगातार दो बार जीतकर केंद्र में मंत्री बनने के बाद अजय मिश्रा टेनी की निगाहें जीत की हैट्रिक पर हैं। वहीं गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में समाजवादी पार्टी के उत्कर्ष वर्मा को संयुक्त उम्मीदवार बनाया गया है। कुर्मी समाज में अच्छी पकड़ होने के साथ-साथ मुस्लिम समुदाय के लोगों में भी उत्कर्ष वर्मा अपनी खासी पकड़ रखते हैं।
उन्नाव की लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी का 2014 से लगातार कब्जा है। 2014 और 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में साक्षी महाराज यहां से रिकॉर्ड मतों से जीत कर निर्वाचित हुए थे। 2024 के होने वाले लोकसभा चुनाव में फिर से भाजपा ने साक्षी महाराज पर दांव लगाया गया है। वहीं इंडिया गठबंधन ने पूर्व सांसद अन्नू टंडन को प्रत्याशी बनाया है। वहीं बहुजन समाज पार्टी की ओर से अशोक पांडे उम्मीदवार हैं।
इसी कड़ी में रेखा वर्मा (धौरहरा), मुकेश राजपूत (फर्रुखाबाद) और देवेन्द्र सिंह उर्फ भोले (अकबरपुर) तीसरी बार जीत की उम्मीद कर रहे हैं। जबकि राजेश वर्मा सीतापुर से पांचवीं बार जीतने के लिए मुकाबले में हैं।
कहां कितनी सीटें आरक्षित?
उत्तर प्रदेश में चौथे चरण के मतदान में 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में शाहजहांपुर (आरक्षित), खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई (आरक्षित), मिश्रिख (आरक्षित), उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा (आरक्षित), कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, बहराइच (आरक्षित) लोकसभा सीट हैं, जिनमें आठ सीट सामान्य श्रेणी की हैं और पांच सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।
सौ से ज्यादा प्रत्याशियों की दांव पर किस्मत
सभी निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 130 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इन उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला दो करोड़ 46 लाख से अधिक मतदाता करेंगे। सोमवार को ही ददरौल (शाहजहांपुर जिला) विधानसभा सीट पर उपचुनाव होगा। ददरौल सीट पर उपचुनाव के लिए 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. मतदान सुबह 7 बजे से शुरू होकर शाम 6 बजे तक चलेगा।
ददरौल विधानसभा सीट पर उपचुनाव-
ददरौल विधानसभा सीट पर 2022 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर निर्वाचित मानवेंद्र सिंह के निधन की वजह से यहां उप चुनाव हो रहा है। यहां भाजपा ने दिवंगत मानवेंद्र सिंह के पुत्र अरविंद सिंह और सपा ने पूर्व मंत्री अवधेश वर्मा को उम्मीदवार बनाया गया है।
Baten UP Ki Desk
Published : 12 May, 2024, 4:25 pm
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