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उत्तर प्रदेश में बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए योगी सरकार ने सुपर स्टेट हाईवे बनाने का फैसला लिया है। ये परियोजनाएं भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राथिकरण (NHI)की मदद से निर्मित की जाएंगी। ट्रैफिक को देखते हुए इनकी कुल चौड़ाई 4-6 लेन होगी। इसके साथ ही सुपर स्टेट हाईवे पर टोल भी वसूल किया जाएगा। इससे होने वाली आय का एक हिस्सा ग्रामीण मार्गों के विकास पर खर्च किया जाएगा। यानी, इस योजना के लागू होने पर ग्रामीण सड़कों के लिए भी पर्याप्त धनराशि उपलब्ध होगी। इस योजना में पहले चरण में 1000-1500 किलोमीटर स्टेट हाइवे शामिल किए जाएंगे।
PWD और NHI के बीच जल्द होगा MoU-
इस परियोजना के लिए यूपी पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई के बीच जल्द ही MoU किए जाने की तैयारी है। आपको बता दें कि वर्तमान में नई सड़कों को नेशनल हाईवे का दर्जा दिए जाने पर रोक है। इसलिए सुपर स्टेट हाइवे यानी (SSH) विकसित करने का फैसला लिया गया है। पीडब्ल्यूडी विभागाध्यक्ष को निर्देश दिए गए हैं कि उन स्टेट हाईवे को चिह्नित करें, जिनको (SSH) का दर्जा दिया जा सकता है। ट्रैफिक के लिहाज से इन सड़कों को दो श्रेणियों में बांटा जाएगा। जहां पीसीयू (पैसेंजर कार यूनिट) 20-30 हजार के बीच है और दूसरे जहां पीसीयू 30 हजार से ज्यादा है। आवश्यकता के मुताबिक इन सड़कों को 4 लेन या उससे अधिक लेन में चौड़ा किया जाएगा।
25 साल तक देना होगा टैक्स -
सुपर स्टेट हाईवे निर्माण के बाद 25 साल तक यह सड़क (NHI) के पास ही रहेगी। उसके बाद इसको उत्तर प्रदेश सरकार के लिए हैंडओवर कर दिया जाएगा। शुरुआती 25 साल NHI टोल वसूलेगा। MoU के मुताबिक, जरूरी सेवा और वित्तीय चार्ज काटने के बाद जो राशि बचेगी उसे पीडब्ल्यूडी के खाते में जमा किया जाएगा। इस राशि का इस्तेमाल केवल राज्य की ग्रामीण सड़कों के विकास पर हो सकेगा। पीडब्ल्यूडी मंत्री, जितिन प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार हम प्रदेश में सुपर स्टेट हाईवे विकसित करेंगे। इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की भी सहमति मिल चुकी है। उन्होंने बताया कि एक्सप्रेस-वे की तरह ही चौड़े और खूबसूरत होंगे यूपी के सुपर स्टेट हाईवे।
Baten UP Ki Desk
Published : 14 June, 2023, 1:35 pm
Author Info : Baten UP Ki