बड़ी खबरें
उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ के ऐशबाग स्थित राजकीय मुद्रणालय को आधुनिक बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। जिसके आधुनिकीकरण में सरकार 250 करोड़ रुपये खर्च करेगी। जिसमे 100 करोड़ की लागत से नया भवन बनाया जाएगा, और 150 करोड़ की आधुनिक मशीनें भी लगाई जाएंगी।
आपको बता दें कि पिकअप भवन सभागार में शुक्रवार को मुद्रण एवं लेखन सामग्री विभाग की समीक्षा बैठक में मंत्री नंदगोपाल नन्दी ने इस योजना को मंजूरी दे दी है। साथ ही उन्होंने इस प्रस्ताव को कैबिनेट में भेजने के निर्देश दिए। बता दें कि इस योजना के तहत, 100 करोड़ रुपये से एक नया भवन बनाया जाएगा, जो स्वास्तिक के आकार का होगा जिसमे 150 करोड़ रुपये की अत्याधुनिक छ्पाई मशीनें भी लगाई जाएंगी।
सरकार को इस योजना से धन की होगी बचत-
दरअसल, वर्तमान में राजकीय मुद्रणालय ऐशबाग में सालाना 1200 टन कागज की खपत होती है। इस आधुनिकीकरण के बाद, यह क्षमता बढ़कर 4500 टन हो जाएगी। आधुनिकीकरण से राजकीय मुद्रणालय की क्षमता बढ़ जाएगी, इससे सरकारी दस्तावेजों और अन्य सामग्री की छपाई में अधिक कुशलता और दक्षता आएगी और इससे सरकार को धन की बचत होगी। मतलब यह योजना एक महत्वपूर्ण कदम है, जो राजकीय मुद्रणालय को अधिक कुशल और आधुनिक बनाने में मदद करेगी।
राजकीय मुद्रणालय में क्या छपता है-
इसी के साथ आपको बताते चले कि राजकीय मुद्रणालय ऐशबाग में विभिन्न प्रकार के दस्तावेजों और अन्य सामग्री की छपाई की जाती है। जैसे कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज से संबंधित उत्तर पुस्तिकाएं, उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा परिषद विभागीय परीक्षाओं से संबंधित उत्तर पुस्तिकाएं, आयुष विभाग की होमियोपैथिक परीक्षा से संबंधित सभी उत्तर पुस्तिकाएं सहित 15 जिलों के पुलिस, राजस्व, चकबंदी, भूलेख, कृषि विभागों से संबंधित सभी प्रपत्रों का मुद्रण कार्य किया जाता है। हालाकिं यह भी बताता है कि वर्तमान में, मुद्रणालय की क्षमता कम होने के कारण कई विभागों को बाहर से मुद्रण कराना पड़ता है।
Baten UP Ki Desk
Published : 14 October, 2023, 5:03 pm
Author Info : Baten UP Ki