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यूपी में गेहूं खरीद प्रक्रिया होगी और तेज, प्रधानों का लिया जाएगा सहयोग

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उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार किसानों को राहत देने के लिए हर तरह से प्रयासरत है। अन्नदाता को उसकी फसल का उचित मूल्य दिलाने के लिए सीएम योगी ने गेहूं खरीद की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने हाल ही में खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में गेहूं की खरीद को लेकर समीक्षा बैठक की और इसकी समुचित व्यवस्था करते हुए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए।

यूपी में गेहूं खरीद के 5568 केंद्र- सीएम ने बताया कि प्रदेश में 5568 केंद्रों के माध्यम से 46225 किसानों से अब तक 1. 97 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर खरीद के माध्यम से लगभग 375. 46 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। बैठक में मुख्यमंत्री ने किसानों के पंजीकरण एवं सत्यापन में प्रगति लाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जनपदों में संचालित समस्त क्रय केंद्रों पर किसानों से गेहूं खरीद सुनिश्चित कराई जाए। इसके साथ ही जनपद स्तर पर पंचायती राज विभाग का सहयोग प्राप्त कर ग्राम पंचायत के माध्यम से कार्य योजना तैयार की जाए।

गेहूं खरीद में प्रधानों का लिया जाएगा सहयोग- मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि ग्राम प्रधानों को क्रय लक्ष्य देते हुए उनका सहयोग प्राप्त करके गेहूं खरीदने में तेजी लाई जाए, जिस ग्राम प्रधान द्वारा सबसे अधिक किए गेहूं सरकारी केंद्रों पर विक्रय किया गया हो उसको सम्मानित किया जाए।  मोबाइल क्रय केंद्रों के माध्यम से भी गेहूं की खरीद में प्रगति लाई जाए तथा इसका व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में गेहूं खरीद पर प्रदेश सरकार का ही नहीं बल्कि केंद्र सरकार का भी विशेष ध्यान है। गेहूं खरीद में तेजी लाने के लिए केंद्र सरकार ने बीते 24 अप्रैल को आदेश जारी किया था जिसमें कहा गया था कि प्रदेश में पंचायतों और आढ़तियों के माध्यम से भी गेहूं खरीदा जाए।

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