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(Special Story) भारत आज दुनिया भर में ग्रैमी अवॉर्ड 2024 की जीत का डंका बजा रहा है। भारत ने ग्रैमी अवॉर्ड में एक बड़ी जीत हासिल की है। रविवार को अमेरिका के लॉस एंजिल्स में आयोजित हुए 66वें ग्रैमी अवॉर्ड्स समारोह में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत ने एक नहीं दो नहीं बल्कि तीन- तीन ग्रैमी अवॉर्ड एक साथ अपने नाम किए है। यह अवॉर्ड भारतीय गायक शंकर महादेवन और तबला वादक जाकिर हुसैन समेत 5 भारतीयों को मिला है। लेकिन अब आप सोच रहे होंगे कि ग्रैमी अवॉर्ड क्या होते हैं, और यह किस क्षेत्र में दिए जाते हैं, और इसकी शुरुआत कब हुई? तो आइए इन्हीं सवालों के जवाब विस्तार से जानते हैं....
किस क्षेत्र में दिया जाता है ग्रैमी अवॉर्ड
आपको बता दें कि ग्रैमी अवॉर्ड एक ऐसा अवॉर्ड है जिसे संगीत के क्षेत्र में ऐसे लोगों को दिया जाता है, जिन्होंने वैश्विक स्तर पर संगीत में उच्च स्थान प्राप्त किया हो और अपनी प्रतिभा से दुनिया भर के लोगों को प्रभावित किया हो। इस अवॉर्ड को "संगीत का ऑस्कर" माना जाता है। यह अवॉर्ड संगीत उद्योग में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है। इसे अवॉर्ड को ग्रामोफोन अवॉर्ड भी कहते हैं।
मुख्य रूप से 4 श्रेणियों में दिया जाता है
मुख्य रूप से ग्रैमी अवॉर्ड को चार श्रेणियों में बांटा गया है। पहला "एल्बम ऑफ द इयर अवॉर्ड"। यह अवॉर्ड कुल चार तरह के लोगों को मिलता है। जिन्होंने गाने को गाया हो, या फिर गाने को लिखा हो, या फिर उस गाने में परफॉर्म किया हो, या फिर प्रोडक्शन टीम को मिलता है। दूसरा अवॉर्ड "रिकॉर्ड ऑफ द इयर" है। यह उन लोगों को मिलता है जिन्होंने गाने के लिए अच्छा परफॉर्मेंस दिया हो, या फिर प्रोडक्शन टीम को मिलता है। यह अवॉर्ड एक सिंगल गाने के लिए दिए जाने वाला अवॉर्ड है। तीसरा अवॉर्ड "सांग ऑफ द इयर" है। यह अवॉर्ड गाने के लेखक को मिलता है। यह भी एक ही सांग के लिए दिया जाने वाला अवॉर्ड है। इसके बाद चौथा अवॉर्ड "बेस्ट न्यू आर्टिस्ट" अवार्ड है। यह अवॉर्ड उन्ही लोगों को दिया जाता है, जिन्होने अपने दुनिया भर में अपनी पहली रिकॉर्डिंग से धूम मचा दी हो, यानि कि उनके पहले ही गाने से सबसे ज्यादा लोग प्रभावित हुए हो।
पहली बार कब दिया गया था?
आपको बता दें कि पहला ग्रैमी अवॉर्ड समारोह 4 मई 1959 को दो स्थानों पर एक साथ आयोजित किया गया था। जिसमें एक समारोह कैलिफोर्निया में बेवर्ली हिल्टन होटल में, और दूसरा समारोह न्यूयॉर्क के पार्क शेरेटन होटल में आयोजित किया गया था। इसमें 26 लोगों को 28 ग्रैमी पुरस्कार प्रदान किए गए थे। इसके बाद समय के साथ साथ पुरस्कारों की भी संख्या बढ़ती गई, और धीरे धीरे यह 100 से अधिक तक पहुंच गई, इसके बाद भी श्रेणियों को जोड़ने और हटाने के साथ वर्षों में इसमें उतार-चढ़ाव चलता रहा। कभी इसमें 100 अवॉर्ड दिए जाते थे तो कभी 80 अवॉर्ड दिए जाते थे।
भारत में सबसे पहले किसे मिला?
भारत का सबसे पहला ग्रैमी अवॉर्ड अपने सितार वादन के लिए मशहूर पंडित रविशंकर को 1968 में मिला था। उन्हें चार बार इस अवॉर्ड से नवाजा गया, जिसके बाद ग्रैमी की तरफ से उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड भी दिया गया।। इसके बाद जुबिन मेहता को दूसरा अवॉर्ड मिला। बाद में यह अवॉर्ड गुलजार, जाकिर हुसैन, टी एच विनायकरम, ए आर रहमान जैसे प्रसिद्ध लोगों को भी ग्रैमी मिल चुका है।
USA की रिकॉर्डिंग अकादमी द्वारा दिया जाता है
ग्रैमी अवॉर्ड्स संगीत उद्योग में उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की रिकॉर्डिंग अकादमी द्वारा हर साल दिया जाने वाला अवॉर्ड है। हालांकि कोरोना के दौरान कुछ सालों के लिए इस अवॉर्ड को स्थगित कर दिया गया था, या यूं कहें कि कोरोना महामारी के चलते लोगों को इस अवॉर्ड से सम्मानित नहीं किया जा सका। लेकिन 2021 और 2022 का ग्रैमी अवॉर्ड समारोह स्थगित करने के बाद साल 2023 में एक बार फिर से इस अवॉर्ड के लिए लोगों को नॉमिनेट किया गया और 4 फरवरी 2024 को अमेरिका में 66वें ग्रैमी अवॉर्ड समारोह में देश विदेश के कई लोगों समेत 5 भारतीयों को इस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। जिसमें भारत ने तीन ग्रैमी अवॉर्ड हासिल किए।
शंकर महादेवन को पहली बार मिला अवॉर्ड
आपको बता दें कि भारतीय गायक शंकर महादेवन और तबला वादक जाकिर हुसैन को ग्रैमी अवॉर्ड मिला है। शंकर महादेवन ने दिस मोमेंट के लिए बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एलबम अवॉर्ड हासिल किया है। बता दें, उनके करियर का यह पहला ग्रैमी अवॉर्ड है। इसके अलावा, वी सेल्वागणेश और गणेश राजगोपालन को भी ‘शक्ति’ बैंड के लिए ये प्रतिष्ठित अवॉर्ड मिला। हालांकि, राकेश चौरसिया ने भी दो अलग-अलग कैटेगरी में ग्रैमी अवॉर्ड जीते हैं। उन्होंने, बेस्ट कन्टेम्परेरी इंस्ट्रुमेंटल एल्बम की कैटेगरी में एज वी स्पीक और बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक परफॉर्मेंस कैटेगरी में पश्तो गाने के लिए भी अवॉर्ड हासिल किया है।
जाकिर को 3 कैटेगरी मिला अवॉर्ड
वहीं तबला वादक जाकिर हुसैन के लिए साल 2024 बेहद खास रहा है। उन्होंने अब तक अपने करियर में 2 ग्रैमी अवॉर्ड जीते थे। लेकिन इस साल तो उन्होंने 3 अवॉर्ड्स अपने नाम कर लिए हैं। तबला वादक ने ग्लोबल म्यूजिक परफॉर्मेंस की कैटेगरी में पश्तो गाने के लिए अवॉर्ड पाने के साथ दो अलग-अलग कैटेगरी में भी जीत हासिल की है। उन्होंने बेस्ट कन्टेम्परेरी इंस्ट्रुमेंटल एल्बम में एज वी स्पीक गाने के लिए और बेस्ट इंस्ट्रुमेंटल कंपोजिशन की कैटेगरी में मोशन गाने के लिए अवॉर्ड जीता है। इससे पहले जाकिर ने 1991 में एल्बम 'प्लेनेट ड्रम्स' के लिए टी.एच. 'विक्कू' विनायकराम के साथ ग्रैमी जीता था। 2008 में भी उन्हें 'ग्लोबल ड्रम प्रोजेक्ट' के लिए ग्रैमी मिल चुका है। इससे पहले ग्रैमी अवॉर्ड्स 2022 में भी भारत को दो जीत मिली थीं। तब पी.ए. दीपक, रिक्की केज और स्टीवर्ट कोपलैंड के 'डिवाइन टाइड्स' को 'बेस्ट न्यू एज एल्बम' कैटेगरी में जीत मिली थी।
क्या है पूरा प्रोसेस?
ग्रैमी अवॉर्ड के लिए सबसे पहले किसी गाने या फिर रिकॉर्डिंग को सबमिट करना होता है। जिसके बाद इनकी स्क्रीनिंग होती है। अलग-अलग क्षेत्रों के करीब 350 लोग बैठकर ये तय करते हैं कि वो गाना या रिकॉर्डिंग नॉमिनेशन के लायक है या नहीं। साथ ही इन्हें कैटेगरी के हिसाब से लगाया जाता है। इसके बाद ग्रैमी के मेंबर्स वोटिंग करते हैं। वोटिंग करने वाले लोग उस कैटेगरी में महारथ रखते हैं, जिसमें वो वोट डालते हैं। किसी एक कैटेगरी में सबसे ज्यादा वोट पाने वाला गाना या रिकॉर्डिंग अवॉर्ड जीतता है। टाई होने के मामले में दो या उससे अधिक लोगों को अवॉर्ड दिया जा सकता है।
-अनीता
Baten UP Ki Desk
Published : 5 February, 2024, 6:52 pm
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