उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं। मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हुई और दिनभर चली गिनती के बाद सभी सीटों के परिणाम सामने आ गए। भाजपा और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) गठबंधन ने इन चुनावों में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 7 सीटों पर कब्जा जमाया, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने 2 सीटें जीतने में सफलता हासिल की।
नतीजों पर एक नजर
- मझवां: भाजपा की सुचिस्मिता मौर्य ने सपा की डॉ. ज्योति बिंद को 4,922 वोटों के अंतर से हराया।
- खैर: भाजपा के सुरेंद्र दिलेर ने शानदार जीत दर्ज की।
- कुंदरकी: भाजपा के रामवीर सिंह ने जीत का परचम लहराया।
- गाजियाबाद: भाजपा के संजीव शर्मा ने 70,600 वोटों के बड़े अंतर से सपा उम्मीदवार को हराया।
- फूलपुर: भाजपा के दीपक पटेल ने 10,000 वोटों से जीत दर्ज की।
- कटेहरी: भाजपा के धर्मराज निषाद ने सपा की शोभावती वर्मा को 33,831 वोटों से हराकर 34 साल बाद भाजपा को यहां जीत दिलाई।
- मीरापुर: रालोद की मिथलेश पाल ने सपा की सुम्बुल राणा को 30,426 वोटों के अंतर से हराया।
सपा की जीत
- करहल: सपा प्रत्याशी तेज प्रताप यादव ने भाजपा उम्मीदवार अनुजेश यादव को 14,704 वोटों के अंतर से हराया।
- सीसामऊ: सपा की नसीम सोलंकी ने शानदार जीत दर्ज की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपचुनाव में 7 सीटों पर मिली जीत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, “यह डबल इंजन सरकार की नीतियों और विकास कार्यों पर जनता के भरोसे की जीत है। यह ऐतिहासिक विजय प्रधानमंत्री मोदी के समर्पण को समर्पित है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव का आरोप
वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव प्रक्रिया को लेकर भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “इलेक्शन को करप्शन का पर्याय बना दिया गया है। उपचुनाव में असत्य और भ्रष्ट तरीकों का खुला प्रदर्शन हुआ। लेकिन, असली संघर्ष अब शुरू हुआ है। पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) की ताकत से अगली बार जीत सुनिश्चित होगी।”
प्रमुख सीटों का विश्लेषण
भाजपा की सुचिस्मिता मौर्य ने सपा की डॉ. ज्योति बिंद को हराकर दोबारा मझवां सीट पर कब्जा जमाया। सुचिस्मिता मौर्य को 77,737 वोट मिले, जबकि सपा उम्मीदवार को 72,815 वोट मिले। बीएसपी प्रत्याशी दीपक तिवारी 34,927 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
कटेहरी सीट पर भाजपा के धर्मराज निषाद ने 33,831 वोटों के अंतर से जीत दर्ज कर 34 साल का सूखा समाप्त किया। धर्मराज निषाद को 1,03,137 वोट मिले, जबकि सपा की शोभावती वर्मा को 69,309 और बीएसपी के अमित वर्मा को 41,451 वोट मिले।
रालोद की मिथलेश पाल ने 83,852 वोट हासिल कर 30,426 वोटों के अंतर से सपा प्रत्याशी सुम्बुल राणा को हराया। यह जीत रालोद और भाजपा के गठबंधन की रणनीति का परिणाम मानी जा रही है।
चुनाव के बाद का सियासी माहौल
इस चुनाव में भाजपा और सपा दोनों ही अपनी-अपनी जीत के दावों के साथ आगे बढ़ रही हैं। भाजपा ने जहां इसे मोदी-योगी सरकार की नीतियों पर जनता का भरोसा बताया, वहीं सपा ने चुनाव प्रक्रिया में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इसे लोकतंत्र की हार करार दिया। इन नतीजों से साफ है कि भाजपा की पकड़ राज्य में अभी भी मजबूत है। वहीं, सपा अपने कोर वोट बैंक पर फोकस कर 2024 लोकसभा चुनाव के लिए नई रणनीति बनाने में जुटेगी।