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यूपी विधानमंडल का मानसून सत्र आज से शुरू

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यूपी विधानमंडल का मानसून सत्र आज यानी 7 अगस्त से शुरू हो रहा है। विधानमण्डल के दोनों सदनों यानी विधानसभा और विधान परिषद् के सत्र की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होगी। यह सत्र साल 2023 में विधान मंडल का दूसरा और अठारहवीं विधान सभा का पांचवां सत्र होगा। इस सत्र में राज्य सरकार कई अध्यादेशों की जगह पर विधेयक लाएगी। इस सत्र में उप्र शिक्षा सेवा चयन आयोग विधेयक 2023 समेत कुछ और जरूरी विधेयकों को पारित किये जाने की सम्भवना जतायी जा रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में बाढ़ व सूखे की स्थिति को लेकर चर्चा करने के लिए सदस्यों का आह्वान किया है।

13 विधेयकों को सदन-पटल पर रखे जाने की तैयारी

विधानमंडल के मानसून सत्र में पहले दिन सत्तारूढ़ दल की ओर से प्रश्नकाल के बाद करीब 13 विधेयकों को सदन के पटल पर रखने की तैयारी है। जिसमें विधानमंडल की नई नियमावली भी पेश की जानी है। साथ ही बाढ़ और सूखे जैसे मुद्दों पर भी वृहद् चर्चा की भी संभावना जताई जा रही है। सम्भावना इस बात की भी है कि विपक्षी दल मणिपुर घटना समेत प्रदेश से जुड़े ज्वलंत और पब्लिक यूटिलिटी के मुद्दे जैसे बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, बिजली, स्वास्थ्य और कानून-व्यवस्था के चलते सरकार को प्रश्नों के जरिये घेरने की कोशिश करेंगे।

सदन के सुचारु संचालन में दलीय नेताओं से सहयोग की अपेक्षा

मानसून सत्र से पहले छह अगस्त को विधान भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन के सुचारु संचालन में सभी दलीय नेताओं से सहयोग की अपेक्षा की मांग व्यक्त की थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि संसदीय प्रणाली में संवाद और सकारात्मक चर्चा से ही लोकतंत्र मजबूत होता है। अब चूँकि उत्तर प्रदेश विधानसभा देश की सबसे बड़ी विधान सभा है इसलिए यूपी विधान सभा की कार्यवाही को पूरे देश की विधान मण्डलों के लिए एक मानक और आदर्श प्रस्तुत करना होता है। जिसके मद्देनजर सभी दलीय नेताओं से सदन में शालीनता और संसदीय मर्यादा के साथ अपना पक्ष रखने और प्रेमपूर्ण माहौल में बहस करने का आग्रह किया जा रहा है। इसी दौरान यूपी के सीएम ने अध्यक्ष की  मांग पर खरा उतरने का आश्वासन देते हुए कहा था कि सत्र के सुचारु संचालन में सत्ता पक्ष का पूर्ण सहयोग होगा। सदन जनाकांक्षाओं को रखने का महत्वपूर्ण माध्यम है। यहाँ भले ही किसी भी विधायक के दल अलग-अलग हो पर सबका दिल उत्तर प्रदेश ही है।

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