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तीन कैटेगरी के आधार होगी देश में  'मॉक ड्रिल'! यूपी के इतने जिलों में सिखाए जाएंगे बचाव तरीके...

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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले और पाकिस्तान से बढ़ते तनाव के बीच भारतीय गृह मंत्रालय ने 244 इलाकों में मॉक ड्रिल आयोजित करने का फैसला लिया है। यह ड्रिल 7 मई (बुधवार) को पूरे देश में आयोजित की जाएगी। इस ड्रिल का उद्देश्य नागरिकों को युद्ध और आपातकालीन स्थितियों से बचाव के तरीकों से अवगत कराना है।

मॉक ड्रिल का उद्देश्य: नागरिकों को युद्ध और आपातकालीन बचाव के लिए तैयार करना

गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए निर्देश के अनुसार, मॉक ड्रिल को सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट के तौर पर लिस्ट किए गए 244 क्षेत्रों में आयोजित किया जाएगा। ये जिलें सामान्य प्रशासनिक जिलों से अलग हैं और इनकी संवेदनशीलता के आधार पर इन्हें 3 कैटेगरी में बांटा गया है:

  • कैटेगरी 1 – सबसे अधिक संवेदनशील जिलें (13 जिलें)

  • कैटेगरी 2 – मध्यम संवेदनशील जिलें (201 जिलें)

  • कैटेगरी 3 – कम संवेदनशील जिलें (45 जिलें)

मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिकों को यह सिखाना है कि युद्ध या किसी आपातकालीन स्थिति में कैसे बचाव किया जा सकता है और सही समय पर क्या कदम उठाए जा सकते हैं।

सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट्स की लिस्ट

भारत में कुल 259 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट्स बनाए गए हैं, जिन्हें राज्यवार और संवेदनशीलता के आधार पर तीन कैटेगरी में बांटा गया है। उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश में 19 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट्स बनाए गए हैं, जिनमें कानपुर, लखनऊ, और मथुरा जैसे बड़े शहर शामिल हैं। इसके साथ ही कुछ सैन्य अड्डों जैसे बक्शी का तालाब और सरवासा भी इन डिस्ट्रिक्ट्स में आते हैं। उत्तर प्रदेश का बुलंदशहर डिस्ट्रिक्ट कैटेगरी 1 में रखा गया है क्योंकि यहां नरौरा न्यूक्लियर प्‍लांट स्थित है, जो एक संवेदनशील स्थान है।

हिदायतें: मेडिकल किट, राशन और कैश रखें साथ

गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, मॉक ड्रिल के दौरान नागरिकों को मेडिकल किट, राशन, टॉर्च, और मोमबत्तियां अपने घरों पर रखने की सलाह दी जाएगी। इसके साथ ही, मोबाइल और डिजिटल ट्रांजैक्शन फेल होने की स्थिति में कैश साथ रखने की भी हिदायत दी गई है।

मंत्रालय की तैयारियों की समीक्षा: हाईलेवल मीटिंग

दिल्ली में गृह मंत्रालय द्वारा आज (5 मई) हाईलेवल मीटिंग आयोजित की गई, जिसमें राज्यों के मुख्य सचिव और सिविल डिफेंस अधिकारियों ने मॉक ड्रिल की तैयारियों की समीक्षा की। मंत्रालय के अधिकारियों ने मॉक ड्रिल को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा की।

वह 244 संवेदनशील क्षेत्र, जहां मॉक ड्रिल होगी

मॉक ड्रिल का आयोजन 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के कुल 244 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट्स में किया जाएगा, जिनमें सबसे संवेदनशील क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाएगी। इन क्षेत्रों में नागरिकों को हमले से बचाव के उपाय, प्राथमिक चिकित्सा, और आपातकालीन बचाव तकनीकों की जानकारी दी जाएगी।

देश की सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन

यह मॉक ड्रिल नागरिकों को न सिर्फ प्राकृतिक आपदाओं के दौरान, बल्कि संभावित युद्ध जैसी स्थितियों में भी बचाव के तरीकों को जानने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करेगी। गृह मंत्रालय के अधिकारियों का मानना है कि इन उपायों से देश की सुरक्षा में अहम योगदान होगा और नागरिक आपातकालीन स्थितियों में बेहतर तरीके से प्रतिक्रिया दे सकेंगे।

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