महाकुंभ 2025 में नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की प्रदर्शनी लोगों को स्वच्छता और स्वास्थ्य के महत्व को एक नए और अनोखे अंदाज में सिखा रही है। यहां एक विशेष डिजिटल मशीन लगाई गई है, जो आपके शरीर को स्कैन कर यह बताती है कि स्वच्छ पानी आपके स्वास्थ्य को कैसे बेहतर बनाता है और गंदा पानी किन बीमारियों का कारण बन सकता है। इस इंटरैक्टिव अनुभव में लोग एक गेम के जरिए न केवल अपनी सेहत की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की दिशा में भी प्रेरित होते हैं।
स्वच्छ और गंदे पानी का स्वास्थ्य पर असर-
प्रदर्शनी में एक रोमांचक गेम के जरिये यह बताया जा रहा है कि कैसे स्वच्छ पानी आपके शरीर को स्वस्थ रखता है और गंदा पानी पीने से किस तरह की बीमारियां हो सकती हैं। यहां पर एक विशेष मशीन लगाई गई है, जिस पर खड़े होकर लोग अपने शरीर की पूरी स्कैनिंग करवा सकते हैं। स्कैनिंग के बाद यह मशीन स्क्रीन पर उन संभावित रोगों को दिखाती है, जो उनके शरीर में विकसित हो रहे हैं या हो सकते हैं।
स्वास्थ्य की नई परिभाषा: योगा चैलेंज-
यहां पर एक और अनूठी पहल की गई है, जिसमें लोगों को उनके वजन के अनुसार प्रतिदिन कितना पानी पीना चाहिए, यह भी बताया जाता है। इसके साथ ही स्वास्थ्य के लिए पांच योगासन का प्रदर्शन भी किया जाता है। अगर व्यक्ति सही तरीके से इन योगासनों को दोहराता है, तो उसे अंक और इनाम दिए जाते हैं।
'द वाटर रन' गेम: सीखते-खेलते स्वच्छता का महत्व-
जल जीवन मिशन की ओर से ‘द वाटर रन’ नामक एक गेम भी आयोजित किया गया है। इस गेम में स्वच्छ पानी पीने वाला व्यक्ति बिना थके अपनी मंजिल तक पहुंच जाता है, जबकि गंदा पानी पीने वाला बीच रास्ते में ही थककर गिर जाता है। यह गेम लोगों को स्वच्छ पानी की अहमियत को मजेदार तरीके से सिखाता है।
मिशन प्रतिनिधियों का अनुभव-
जल जीवन मिशन के प्रतिनिधि विमल आडवाणी का कहना है कि इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य डिजिटल माध्यम से स्वच्छ और गंदे पानी के प्रभाव को लोगों तक पहुंचाना है। स्क्रीन के सामने खड़े होकर शरीर को स्कैन करने पर, गंदे पानी के सेवन से होने वाले रोगों की जानकारी दी जाती है। अगली स्क्रीन पर साफ पानी के फायदों को दर्शाया गया है, जिसमें साफ त्वचा, स्वस्थ किडनी और लीवर शामिल हैं।
डिजिटल हेल्थ एडवाइजरी-
मशीन के जरिए वजन कैलकुलेट करके बताया जाता है कि व्यक्ति को प्रतिदिन कितने गिलास पानी पीना चाहिए। इसके बाद योगा चैलेंज शुरू होता है, जिसमें सही योगासन करने पर अंक मिलते हैं और गलत आसनों पर चेतावनी दी जाती है। इस तरह से यह प्रदर्शनी न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करती है, बल्कि एक रोचक और इंटरैक्टिव अनुभव भी प्रदान करती है।