मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को साइबर अपराध और आधुनिक फोरेंसिक जांच के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की योजना का ऐलान किया है। सभी 18 जोन में फोरेंसिक विज्ञान और साइबर सुरक्षा की अत्याधुनिक लैब स्थापित की जाएंगी। उन्होंने इस दिशा में उठाए गए कदमों को साझा करते हुए तकनीक को जनहित के लिए उपयोग करने का आह्वान किया।
हर जोन में होगी साइबर सुरक्षा लैब की स्थापना-
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के सभी 18 जोनों में साइबर सुरक्षा और फोरेंसिक लैब की स्थापना जल्द ही की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 1,775 पुलिस थानों में पहले ही साइबर हेल्पलाइन शुरू कर दी गई है। साथ ही, सभी जोनों में साइबर थाने भी स्थापित किए जा चुके हैं।
फोरेंसिक विज्ञान संस्थान: एक विवादित भूमि पर बनी उपलब्धि
योगी आदित्यनाथ ने खुलासा किया कि जहां आज फोरेंसिक विज्ञान संस्थान खड़ा है, वहां पहले भू माफिया का कब्जा था।
- 120 एकड़ की इस भूमि को भू माफिया ने राजस्व अधिकारियों की मिलीभगत से कब्जे में ले लिया था।
- तत्कालीन डीजीपी के माध्यम से मुख्यमंत्री ने इस भूमि का केस अपने हाथ में लिया।
- कार्रवाई के बाद भूमि खाली कराकर संस्थान को सौंपा गया।
फोरेंसिक साक्ष्य के बिना नहीं होगा अपराधियों पर शिकंजा
सीएम योगी ने नए आपराधिक कानूनों पर जोर देते हुए कहा कि 7 वर्ष से अधिक सजा वाले अपराधों में फोरेंसिक साक्ष्य अनिवार्य होंगे।
- फोरेंसिक विज्ञान संस्थान इस प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाएगा।
- भविष्य में इसे विश्वविद्यालय का रूप देने की योजना है।
- उन्होंने कहा, “कानून का राज सुशासन की पहली शर्त है। यह संस्थान अपराधियों को सजा दिलाने और निर्दोषों को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”
डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा की बढ़ती चुनौती
- मुख्यमंत्री ने साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताई।
- उन्होंने कहा कि साइबर अपराधी लोगों को डिजिटल रूप से फंसा रहे हैं।
- साइबर सुरक्षा के लिए लोगों को जागरूक करना बेहद जरूरी है।
- "तकनीक का इस्तेमाल परमाणु ऊर्जा की तरह है, जो बिजली भी बना सकती है और एटम बम भी। यह हम पर निर्भर करता है कि हम इसका उपयोग कैसे करते हैं," उन्होंने जोड़ा।
संस्थान में एशिया की सबसे उन्नत डीएनए जांच लैब
- संस्थान के निदेशक डॉ. जीएस गोस्वामी ने बताया कि यह संस्थान 50 एकड़ भूमि पर फैला है और यहां दो वर्षों में पांच से अधिक कोर्स शुरू किए जा चुके हैं।
- जल्द ही एशिया की सबसे अत्याधुनिक डीएनए जांच लैब यहां स्थापित होगी।
- साइबर सुरक्षा के लिए नए ऑनलाइन कोर्स शुरू करने पर भी विचार हो रहा है।
संस्थान के नए सभागार और वेबसाइट का उद्घाटन
- कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने संस्थान के नए सभागार और वेबसाइट का उद्घाटन किया।
- डिग्री और डिप्लोमा कोर्स करने वाले छात्रों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए।
- राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस के पहले दिन विशेषज्ञों ने साइबर सुरक्षा और फोरेंसिक विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला।
उत्तर प्रदेश में बदल रहा कानून व्यवस्था का माहौल
- मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में अपराधियों का बोलबाला था।
- भाजपा सरकार ने 1.44 लाख पुलिसकर्मियों की पारदर्शी तरीके से भर्ती की है।
- हाल ही में पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा भी पूरी पारदर्शिता के साथ आयोजित की गई।
साइबर सुरक्षा और फोरेंसिक विज्ञान से बदलेगी तस्वीर
- मुख्यमंत्री ने तकनीक का जनहित में उपयोग करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
- "एक अपराधी जब सबूत के अभाव में छूटता है, तो यह कानून को चुनौती देता है।"
- फोरेंसिक और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में यह संस्थान प्रदेश की तस्वीर बदलने में महत्वपूर्ण साबित होगा।