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21 March, 2023, 4:52 pm
उत्तर प्रदेश का पर्यटन भारत भर में सुविख्यात है। उत्तर प्रदेश में पर्यटन एक नया उभरता हुआ उद्योग है। उत्तर प्रदेश में पर्यटन के विभिन्न दायरे (यथा-दृश्य/प्राकृतिक पर्यटन, ऐतिहासिक एवं विरासत पर्यटन, सांस्कृतिक पर्यटक, धार्मिक पर्यटक, ग्रामीण ही पर्यटक, शैक्षिक पर्यटन) की अपार संभावनाएं हैं। पर्यटन, उत्तर प्रदेश में व्यापक रोजगार आय और ग्रामीण विकास की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उत्तर प्रदेश में पर्यटन
उत्तर प्रदेश भारतीय एवं विदेशी पर्यटकों के लिए एक महत्त्वपूर्ण स्थान है। इस प्रदेश में कई ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल हैं। उत्तर प्रदेश की आबादी भारत के सभी राज्यों में सबसे अधिक है। भौगोलिक रूप से भी उत्तर प्रदेश में विविधता देखने को मिलती है- उत्तर की ओर हिमालय पर्वत हैं और दक्षिण में सिन्धु-गंगा के मैदान हैं। शिवालिक की पहाडियों में शाकम्भरी शक्तिपीठ तीर्थ है। भारत का सबसे लोकप्रिय ऐतिहासिक पर्यटन स्थल ताज महल यहां के आगरा शहर में स्थित है। वाराणसी, जो कि हिन्दुओं के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है जो इसी प्रदेश में है। साथ ही साथ भगवान श्रीराम की जन्म स्थली अयोध्या पावन नगरी जो की सरयू नदी के पावन स्थल पर विराजमान है। इसी प्रदेश में माता सती के नौ रूपों में एक माँ पाटन देवी का मंदिर भी तुलसीपुर में विराजमान है। भगवान गौतम बुद्ध का मंदिर भी अत्यंत ही मनमोहक और खूबसूरत है जो कि उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जनपद में स्थित है जहां हर वर्ष लाखों बौद्ध भिक्षु दर्शन को आते हैं। प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों में उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है। प्रदेश सरकार द्वारा पर्यटन विकास के लिये आधारभूत संरचनाओं में वृद्धि की गयी है। इससे पर्यटन वृद्धि के राजस्व में वृद्धि होने के साथ-साथ अप्रत्यक्ष रोजगार सृजन भी हो रहा है।
उत्तर प्रदेश में पर्यटन से संबंधित मुद्दे
अवसंरचना और कनेक्टिविटी संबंधित मुद्दा: बुनियादी ढाँचे की कमी और अपर्याप्त कनेक्टिविटी के कारण पर्यटकों को कई बार कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
प्रचार और जागरूकता की कमी: उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों में पर्यटन क्षेत्र के प्रचार में काफी वृद्धि देखी गई है, किंतु अभी भी ऑनलाइन मंचों पर यूपी के पर्यटक स्थलों को लेकर प्रचार और जागरूकता की कमी स्पष्ट दिखाई देती है।
प्रबंधन की कमी: पर्यटक सूचना केंद्रों को सही ढंग से प्रबंधित नहीं किया जाता है जिससे घरेलू और विदेशी पर्यटकों के लिये आवश्यक जानकारी प्राप्त करना काफी मुश्किल हो जाता है।
आवश्यक कौशल की कमी: पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र के लिये पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित व्यक्तियों की कम संख्या पर्यटन उद्योग के लिये एक बड़ी चुनौती है, जिसके कारण यहां आने वाले पर्यटकों को विश्व स्तरीय अनुभव प्रदान करना मुश्किल हो जाता है।
पर्यटक सुरक्षा: यूपी में आने वाले विदेशी पर्यटकों को प्रायः लूट और चोरी आदि का सामना करना पड़ता है जिसके कारण उनके मन में कानून-व्यवस्था को लेकर एक नकारात्मक छवि उत्पन्न होती है।
उत्तर प्रदेश में पर्यटन में संभावनाएं
उत्तर प्रदेश में पर्यटन की अपार सम्भावनाएं है। प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों में उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है। प्रदेश सरकार द्वारा पर्यटन विकास के लिये आधारभूत संरचनाओं में वृद्धि की गयी है। प्रदेश में कृषि और ग्राम्य पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। गांवों में उन्नत कृषि, गौ-पालन, शिल्पकारी, हथकरघा, हस्तशिल्प, विशिष्ट शुद्ध भोजन, जैव एवं कृषि विविधता आदि के साथ-साथ अपनी समृद्ध ऐतिहासिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहर को सजोने और उसके वृहद् स्तर पर प्रचार प्रसार का कार्य शुरू कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयास-
उत्तर प्रदेश सरकार ने नवंबर 2022 में पर्यटन नीति 2022 को मंजूरी दी। इसके अंतर्गत राज्य के पर्यटन स्थल के साथ ही आठ धार्मिक और आध्यात्मिक टूरिज्म सर्किट को भी विकसित किया जाएगा। जिसके द्वारा रामायण, महाभारत, शक्तिपीठ, कृष्ण, बुद्ध, जैन और सूफ़ी सर्किट के माध्यम से धार्मिक पर्यटन को नया आयाम दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निम्नलिखित प्रयास किए जा रहे है-
उत्तर प्रदेश में पर्यटन के विकास में विभिन्न चुनौतियां हैं जैसे- वित्तीय संसाधनों की कमी, तकनीकी संसाधनों की समस्या, लोगों में पर्यटकों से संबंधित जागरूकता की कमी, भौतिक और सामाजिक अवसंरचना की कमी आदि। उत्तर प्रदेश में पर्यटन एक नया उभरता हुआ उद्योग है। इसके विकास के लिए उत्तर प्रदेश सरकार प्रयासों की रूपांतर पर चर्चा कर रही है। पर्यटन, उत्तर प्रदेश में गरीबी को दूर करने, व्यापक रोजगार आय और ग्रामीण विकास की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। उत्तर प्रदेश में पर्यटन की संभावनाओं को लाभ में परिवर्तित करने के लिए केंद्र, राज्य एवं नागरिक समाज के शामिल प्रयासों की आवश्यकता है। विकास योजनाएँ (जैसे- स्वदेश दर्शन, प्रसाद योजन, हृदय योजना, प्राप्त्य भारत, स्वच्छ भारत, हरित शहर आदि) आदि प्रयासों द्वारा पर्यटकों के प्रति जन जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार (टूरिज्म मार्केटिंग) आदि प्रयास पर्यटन क्षेत्र द्वारा विकसित किया जा सकता है।
मुख्य परीक्षा आधारित प्रश्न