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आज के दिन यानी 3 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य सभी को प्लास्टिक की थैलियों के उपयोग से दूर रहने के लिए प्रोत्साहित करके पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है। ऐसे में आपको मोक्ष नगरी वाराणसी के घाटों को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए प्रशासन के जरिए शुरू की गई इस नायाब पहल के बारे में जरुर जानना चाहिए...
आखिर क्या है ये धरोहर टैक्स-
काशी में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण और पवित्र सावन महीने को देखते हुए नगर निगम ने प्लास्टिक यूज पर रोक लगाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। जिसके तहत अब वाराणसी में गंगा घाटों के आसपास प्लास्टिक के थैले और बॉटल आदि में खाने-पीने के सामान को खरीदने पर दुकानदार को 50 रुपये अतिरिक्त धरोहर टैक्स के रूप में देने होंगे। यह फैसला तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया गया है। अगर ग्राहक प्लास्टिक का काम खत्म होने के बाद दुकानदार को प्लास्टिक वापस कर देते हैं तो धरोहर टैक्स का पैसा वापस कर दिया जाएगा। नगर आयुक्त शिपु गिरी के मुताबिक बिना धरोहर राशि जमा कराए प्लास्टिक में कोई सामान बेचा जाता है तो संबंधित दुकानदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नगर आयुक्त ने यह भी हिदायत दी है कि सूखा और गीला कचरा अलग-अलग डस्टबिन में रखना होगा।
गोदौलिया से मैदागिन तक प्लास्टिक में नहीं बिकेंगे फूल-माला-
कल यानी 4 जुलाी से सावन का पवित्र महीना शुरू हो रहा है। जिसको लेकर वाराणसी नगर निगम ने भी तैयारियां पूरी की लीं हैं। 'नो व्हीकल जोन' घोषित होने के बाद अब पूरा काशी विश्वनाथ क्षेत्र 'प्लास्टिक मुक्त जोन' घोषित कर दिया गया है। दशाश्वमेध घाट से लेकर मैदागिन तक के इलाके में प्लास्टिक की न तो बिक्री होगी और न ही इस्तेमाल। इन क्षेत्रों की निगरानी कमांड सेंटर में लगे मॉनिटर से की जाएगी। इस क्षेत्र में तैनात जोनल अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर क्षेत्र में कोई भी दुकानदार सड़क तक दुकान न लगाए। इसके साथ ही प्लास्टिक में माला-फूल की बिक्री नहीं की जानी चाहिए इसके भी निर्देश दिए गये हैं। इसके अलावा किसी भी कांवड़ यात्री को प्लास्टिक का कांवड़ मंदिर में लेकर जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
Baten UP Ki Desk
Published : 3 July, 2023, 1:47 pm
Author Info : Baten UP Ki