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लखनऊ: नज़ाकत और नफ़ासत का शहर

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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ एक ऐतिहासिक शहर है। लखनऊ अपनी तहजीब, गंगा जमुनी पहचान, चिकनकारी, नजाकत और नफासत के लिए पूरे देश ही नहीं बल्कि दुनिया में भी मशहूर है। लखनऊ को लोकप्रिय रूप से नवाबों के शहर के रूप में जाना जाता है। इसे पहले गोल्डन सिटी और शिराज-ए-हिंद के नाम से भी जाना जाता है। कानपुर के बाद यह शहर उत्तर-प्रदेश का सबसे बड़ा शहरी क्षेत्र है। शहर के बीच से गोमती नदी बहती है, जो लखनऊ की जीवन रेखा है। लखनऊ जिसे ऐतिहासिक रूप से अवध क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। यहां पर अधिकतर लोग हिंदी बोलते है। इसके अलावा अंग्रेजी और उर्दू भी बोली जाती है। लखनऊ के इतिहास की बात करे तो बताया जाता है कि यह प्राचीन कोसल राज्य का हिस्सा था। यह भगवान राम की विरासत थी जिसे उन्होंने अपने भाई लक्ष्मण को समर्पित कर दिया था। प्राचीन समय से इसे लक्ष्मणपुर के नाम से जाना जाता था लेकिन बाद में इसका प्रचलित नाम लखनऊ हो गया। इसके वर्तमान स्वरूप की स्थापना नवाब आसफ़उद्दौला ने 1775 ई. में की थी। वास्तुकला की दृष्टि से अवध के नवाबों का इस शहर में काफी योगदान है, बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, तथा रूमी दरवाज़ा सहित इसके अनेकों उदाहरण है। इस शहर के भगौलिक एरिया कि बात करे तो पूर्वी ओर बाराबंकी जिला है, तो पश्चिमी में उन्नाव जिला, दक्षिणी में रायबरेली जिला है  जबकि उत्तर में सीतापुर एवं हरदोई जिले हैं।

पर्यटन और खान-पान लिए भी जाना जाता हैं यह शहर

शहर और आसपास कई दर्शनीय स्थल हैं। इनमें ऐतिहासिक स्थल से लेकर मनोरंजन स्थल तक शामिल हैं। बड़ा इमामबाड़ा, मोती महल, रूमी गेट सहित अनेकों ऐतिहासिक स्थल है। हाथी पार्क, बुद्ध पार्क, नीबू पार्क, गोमती नगर का मरीन ड्राइव और इंदिरा गाँधी तारामंडल यहां के प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं। शहर के इंदिरा नगर रिंग रोड पर स्थित कुकरैल पिकनिक स्पॉट है। जहां आपको नेचर से जुड़ने का मौका मिलेगा। घड़ियाल और कछुओं के लिए यह पिकनिक स्पॉट जाना जाता है। यहां से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर ही नैमिषारण्य तीर्थ है, जिसकी पौराणिक मान्यता है। अवध क्षेत्र हमेशा से अपने खान-पान के लिए प्रसिद्ध रहा है। यहां के नेहरी, बिरयानी और टुंडे कबाब काफी फेमस है। वही लखनऊ के पान का तो कोई जवाब नहीं। यह शहर अपने मीठे पकवानों के लिए भी जाना जाता है।

लखनवी आम का कोई जवाब नहीं

लखनवी दशहरी आम केवल देश ही नहीं विदेशों में भी जाना जाता है। यहां के मशहूर मलीहाबादी दशहरी आम को जीआई टैग भी मिल चुका है। लखनऊ चिकन उद्योग के लिए काफी प्रसिद्ध है। यह एक लघु-उद्योग है, जो पुरानी लखनऊ के घर-घर में फ़ैला हुआ है। शहर की लघु एवं मध्यम-उद्योग इकाइयाँ ऐशबाग, तालकटोरा, हजरतगंज , गोमतीनगर, ट्रांसपोर्ट नगर और अमौसी के इलाकों में स्थित हैं। यातायात के रूप में भी यह शहर काफी समृद्ध है। रेल यातायात लखनऊ में काफी आसानी से उपलब्ध है। यहां कई रेलवे स्टेशन है। चारबाग रेलवे स्टेशन, लखनऊ जंक्शन के अतिरिक्त बादशाहनगर और गोमतीनगर स्टेशन प्रमुख है। सड़क यातायात के लिए यहां आलमबाग बस स्टैंड और कैसरबाग बस स्टैंड है। शहर के अमौसी में एयरपोर्ट है, जहां से देश-विदेश में कही भी जाना बेहद आसान है अलावा जबकि लखनऊ मेट्रो महानगर में यातयात का एक प्रमुख साधन है।

 

 

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