देश की पहली नाइट सफारी का रोमांच अब हकीकत बनने जा रहा है। राजधानी लखनऊ के कुकरैल वन क्षेत्र में प्रकृति और रोमांच का अद्वितीय संगम तैयार होगा। 1510 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह अत्याधुनिक परियोजना जंगल की खामोशी में रौशनी का जादू बिखेरेगी। नाइट सफारी का निर्माण कार्य अप्रैल 2024 से शुरू होकर दिसंबर 2026 तक पूरा होने की योजना है। यह न केवल वन्यजीव प्रेमियों के लिए अनोखा अनुभव लाएगी, बल्कि लखनऊ को विश्व पर्यटन मानचित्र पर भी चमकाएगी।
900 एकड़ में फैलेगा रोमांच और प्रकृति का संगम
900 एकड़ में विकसित होने वाली यह परियोजना दो चरणों में पूरी होगी। पहले चरण में नाइट सफारी और इको टूरिज्म जोन का विकास होगा, जबकि दूसरे चरण में चिड़ियाघर का निर्माण किया जाएगा। इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मॉडल के तहत बनने वाली यह परियोजना प्रकृति प्रेमियों के लिए एक बेमिसाल अनुभव लेकर आएगी।
हरियाली और सौर ऊर्जा की महत्ता
लगभग 72% क्षेत्र में हरियाली संरक्षित रहेगी। साथ ही सौर ऊर्जा के इस्तेमाल से इसे पर्यावरण के अनुकूल बनाया जाएगा।
पर्यटकों के लिए रोमांचक सुविधाएं
यहां कैफेटेरिया, 7डी थियेटर, ऑडिटोरियम और पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था होगी।
एडवेंचर जोन:
- सुपरमैन जिपलाइन
- आर्चरी
- स्काई साइकिल
- जंगल एनिमल थीम एक्टिविटी
जंगल की रोचक दुनिया
करीब साढ़े पांच किलोमीटर का ट्रामवे और 1.92 किलोमीटर का पाथवे विकसित होगा।
प्रमुख आकर्षण:
- एशियाटिक लायन
- बंगाल टाइगर
- तेंदुआ
- घड़ियाल
- उड़न गिलहरी
- हायना
विश्व स्तर पर पांचवीं नाइट सफारी
यह लखनऊ की नाइट सफारी दुनिया की पांचवीं नाइट सफारी होगी। वर्तमान में सिंगापुर, थाईलैंड, चीन और इंडोनेशिया में नाइट सफारी हैं। लखनऊ की यह नाइट सफारी सिंगापुर की विश्व प्रसिद्ध सफारी से भी बेहतर होने का दावा करती है।
पर्यटन को मिलेगा अंतर्राष्ट्रीय पहचान
वन विभाग के अधिकारियों का मानना है कि इस नाइट सफारी के निर्माण के बाद लखनऊ अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर उभर कर सामने आएगा और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करेगा।